जयपुर अग्निकांड, भीषण आग में खाक हुई बस, परमिट 16 महीने पहले हुआ था समाप्त
राजस्थान के जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार की सुबह हुए गैस टैंकर हादसे में मरने वालों की संख्या 14 तक पहुंच गई है. जबकि कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है. जानकारी के अनुसार, 13 घायलों की एसएमएस अस्पताल और एक की जयपुरिया अस्पताल में मौत हुई है. इस हादसे में करीब 35 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं हैं.
बता दें जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार की सुबह 5.30 बजे के करीब एक ट्रक ने सीएनजी से भरे ट्रक को टक्कर मार दी. इसके बाद इतना तेज ब्लास्ट हुआ कि उसकी आवाज 10 किलोमीटकर तक सुनाई दी. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 44 लोग बुरी तरह से झुलस गए, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं मे कमी लाने के लिए विशेष अभियान चलाकर ब्लैक स्पॉट्स को ठीक करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, सड़क दुर्घटना के संभावित स्थानों को चिन्हित कर इनका जल्द सुधार किया जाए, ताकि वाहन दुर्घटनाओं से होने वाले जान-माल के नुकसान को रोका जा सके. सीएम ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अभियान के दौरान कार्यों की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए और कामों को निर्धारित अवधि में पूरा करवाया जाए.
हादसे के बाद जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने एक जांच कमेटी का गठन किया है. इस जांच कमेटी में अलग-अलग विभागों के छह अधिकारियों को शामिल किया गया है. जांच जिला कलेक्टर ने बताया कि जयपुर के भांकरोटा में हुए एलपीजी टैंकर और ट्रक के बीच हादसे के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करने के आदेश राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए थे.