निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन23 जनवरी को करेंगे विरोध,मथुरा में काली पट्टी बांधकर जताया आक्रोश

नेशनल प्रेस टाइम ब्यूरो
मथुरा। निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। काली पट्टी बांधकर कर्मचारी विरोध सभा एवं प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को भी कैंट कार्यालय पर प्रदर्शन कर निजीकरण के विरोध किया गया। 21 जनवरी मंगलवार को भी काली पट्टी बांधने का अभियान जारी रहेगा। इस मौके पर संघर्ष समिति मथुरा के पदाधिकारी राहुल चौरसिया, सचिन द्विवेदी, शुभम अग्रवाल , पंकज शर्मा , गया सिंह, मानवेंद्र सिंह, निविदाकर्मी राजवीर, अशोक शर्मा आदि बिजली इंजीनियर एवं कर्मचारी मौजूद रहे। निजीकरण के विरोध में 23 जनवरी को सभी प्रान्तों में प्रदर्शन होंगे। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आॅफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) ने यूपी और चंडीगढ़ में बिजली के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। सोमवार को प्रदेश के बिजली कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और अभियंताओं ने पूरे दिन काली पट्टी बांधकर निजीकरण का विरोध किया। सभी जनपदों और परियोजनाओं पर भोजनावकाश या कार्यालय समय के बाद विरोध प्रदर्शन किए गए। मेरठ, सहारनपुर, मुजμफरनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, बरेली, देवीपाटन, अयोध्या, सुल्तानपुर, हरदुआगंज, पारीछा, जवाहरपुर, पनकी, ओबरा, पिपरी, अनपरा, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, मिजार्पुर, आजमगढ़, बस्ती, अलीगढ़, मथुरा, झांसी, बांदा, आगरा, कानपुर में सभाएं हुईं। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने लखनऊ में लेसा, मध्यांचल मुख्यालय, पारेषण भवन, एसएलडीसी, उत्पादन निगम और शक्ति भवन मुख्यालय पर सभाओं को संबोधित किया। ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट नियुक्त करने हेतु प्री बिडिंग कांफ्रेंस को तत्काल रद्द किए जाने की मांग की। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आॅफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के निर्णय के अनुसार यूपी में निजीकरण के लिए होने वाली प्री बिडिंग कांफ्रेंस के विरोध में 23 जनवरी को और चंडीगढ़ में निजीकरण के विरोध में 31 जनवरी को देशभर में मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।