अयोध्या-काशी के बाद अब मथुरा की बारी…’ बरसाना में सीएम योगी ने खेली फूलों की होली

एनपीटी मथुरा ब्यूरो
मथुरा। बरसाना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्रज की रज में कन्हैया के दर्शन हर कोई करता है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे बार-बार यहां आने का मौका मिलता है। आगे कहा कि महाकुंभ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। सनातन की एकता का अकल्प समागम दुनिया ने देखा। इसकी सफलता के लिए सनातनियों का आभार जताया। भारत के तीन तीर्थ में काशी उत्तर प्रदेश में है। राम की जन्मभूमि भी इसी उत्तर प्रदेश में है और कृष्ण कन्हैया की पावन जन्मभूमि भी उत्तर प्रदेश में है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विरासत और विकास की परंपरा शुरू हुई, वह महाकुंभ में देखने को मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक दिवसीय दौरे पर मथुरा के बरसाना में ‘रंगोत्सव 2025’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि काशी और अयोध्या के कायाकल्प के बाद अब मथुरा और ब्रज भूमि के विकास का समय आ गया है। बरसाना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने श्री लाडली जी महाराज मंदिर में दर्शन-पूजन किया और फूलों व लड्डूमार होली के जरिए रंगोत्सव की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 5 हजार साल से भारत की सनातन संस्कृति को ऊर्जा देने वाली यह ब्रज भूमि श्रद्धा और आस्था की धरा है। इसके कण-कण में श्री राधा और श्री कृष्ण के दर्शन होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि यहां काशी, अयोध्या और मथुरा, ये तीनों तीर्थ स्थल सनातन एकता के प्रतीक के रूप में मौजूद हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विरासत और विकास की नई परंपरा स्थापित हुई है, जिसका परिणाम हाल ही में संपन्न प्रयागराज महाकुम्भ के भव्य आयोजन के रूप में देखने को मिला। उन्होंने कहा कि जो जितना सनातन धर्म के खिलाफ बोलता था, अफवाह फैलाता था और तर्कहीन बातें करता था, उन्हें सनातन धर्मावलम्बियों ने महाकुम्भ के जरिए करारा जवाब दिया है। महाकुम्भ सनातन धर्म का दुर्लभतम क्षण बन गया है।