पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत 26 बच्चों को अगले शिक्षा सत्र में स्कूल में दाखिला कराने की पहल

एनपीटी उत्तराखंड ब्यूरो
पिथौरागढ़। उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रदेश स्तर पर बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति और बालश्रम से मुक्त करने तथा उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित करने के उद्देश्य से 1 मार्च 2025 से चलाए गए 1 माह के “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान को पिथौरागढ़ पुलिस जनपद स्तर पर सफल बनाने हेतु निरंतर प्रयासरत है। इस अभियान के तहत पिथौरागढ़ पुलिस ने जनजागरुकता कार्यक्रम, चेकिंग अभियान और चिन्हिकरण की कार्यवाही की है, ताकि बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति, और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसी समस्याओं से निपटा जा सके।
पिथौरागढ़ पुलिस की टीमों द्वारा की गई कार्यवाही:
पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के दिशा-निर्देशन में *क्षेत्राधिकारी गोविंद बल्लभ जोशी के पर्यवेक्षण में, प्रभारी ए.एच.टी.यू. बी.सी. मासीवाल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
इस टीम ने स्कूलों, कॉलेजों और आमजनमानस के बीच जाकर जागरूकता फैलाई, और बच्चों तथा वयस्कों को बाल भिक्षावृत्ति, बालश्रम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे मुद्दों पर जागरुक किया।
टीम द्वारा होटल, ढाबों में चेकिंग अभियान चलाया गया और बालश्रम न करवाने की सख्त हिदायत दी गई। साथ ही सभी से “भिक्षा नहीं शिक्षा दें” और “सपोर्ट टू एजुकेट अ चाइल्ड” के संदेश के साथ जागरूक किया गया।
अब तक 26 बच्चों की पहचान की गई है, जो आर्थिक स्थिति की कमजोरी या ड्रॉपआउट होने के कारण स्कूल नहीं जा पा रहे थे। इन बच्चों को चिन्हित कर आगामी शैक्षिक सत्र में स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। इसके साथ ही, बच्चों को स्कूल बैग, स्टेशनरी, कापी, किताबें आदि भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
यह अभियान लगातार जारी रहेगा, और पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा बच्चों को शिक्षा के मार्ग पर लाने हेतु निरंतर प्रयास किए जाएंगे।