सीएम हेमन्त सोरेन विदेश यात्रा से पहले ले सकते हैं कई बड़े निर्णय, सुगबुगाहट जारी

एनपीटी,
झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन 19 अप्रैल को अधिकारियों की टीम के साथ विदेश जाने से पहले बहुत व्यस्त हैं। 16 अप्रैल को टीएसी की बैठक है। 17 को विभागीय सचिवों के साथ वित्तीय वर्ष 2024-25 की उपलब्धि और 2025-26 की कार्य योजना की उच्चस्तरीय समीक्षा भी करेंगे। जबकि 14-15 अप्रेल 2025 को झामुमो का महाधिवेशन है। सम्भावना जताई जा रही है कि 15 अप्रैल को कैबिनेट की एक बैठक भी हो सकती है। इस व्यस्तता के बीच राज्य में बड़े प्रशासनिक फेरबदल की भी तैयारी शुरू है। सत्ता के गलियारे से मिल रही सूचना/ खबरों के अनुसार कुछ विभागों के सचिव और कुछ जिला उपायुक्तों का तबादला सुनिश्चित बताया जा रहा है। सत्ता के जानकार लोगों का कहना है कि बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर कर मुख्यमंत्री लगभग एक सप्ताह के विदेश यात्रा पर निकल जायेंगे। इससे ट्रांसफर पोस्टिंग के बाद पड़ने वाले दबाव से वह रिलैक्स रह सकेंगे। जानकारी के अनुसार झामुमो महाधिवेशन के बाद राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद पर भी किसी की नियुक्ति सम्भव है। क्योंकि पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष और सदस्य नहीं रहने से, ट्रिपल टेस्ट के बाद की तकनीकी प्रक्रियाओं को पूरा करने में कठिनाई महसूस की जा रही है। सूत्रों के अनुसार 17 अप्रैल को विभागीय समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री बड़े प्रशासनिक फेरबदल को अंजाम दे सकते हैं। क्योंकि समीक्षा बैठक में उन्हें अधिकारियों की भी उपलब्धि और उनकी कार्य क्षमता का आकलन हो जायेगा। मालूम हो कि पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव के कारण भारी पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल नहीं हुआ है। कई आईएएस अधिकारी विभाग के सचिव और जिलों के डीसी पद पर वर्षों से जमे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री अब सरकार की योजनाओं को मूर्तरूप देने के लिए फ्रंट फुट पर खेलना चाहते हैं। विकास से जुड़े कार्यों को गति देना चाहते हैं।