करमई का सार्वजनिक शौचालय चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट

एनपीटी ब्यूरो ललितपुर
ललितपुर बार- ब्लाक मुख्यालय बार की कई ग्राम पंचायतो में प्रधान और सचिव ने मिलकर जमकर भ्रष्टाचार किया है और शासन द्वारा भेजी गयी धनराशि का दुरूपयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ग्राम पंचायत करमई में जनता की सुविधा के लिये और महिलाओ को खुले में शौच के लिये न जाना पड़े इसके लिये शासन से आयी धनराशि के द्वारा ग्राम प्रधान ने लगभग दो लाख उनतालीस हजार की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया था जिसका उद्देश्य था की गांवो में गंदगी न फैले और न ही किसी को खुले में शौच जाना पड़े लेकिन बाबजूद इसके आज भी गांव के हालात बद से बदतर है जहां चारों और गंदगी फैली है गंदगी से नालियां बज बजा रही है सड़को पर गन्दा पानी फैल रहा है वही सामुदायिक शौचालय के भी चारो और गंदगी फैली है वही बड़े बडे कचरे के ढेर लगे हुए है। लाखों रूपये की लागत से बना सार्वजनिक शौचालय अपनी दुर्दशा पर आज भी आंसू बहा रहा जो लोगों की सुविधाओ के लिये बना था उसे अब कचरा घर बना दिया गया है।
*मरम्मतीकरण के लिये निकली धनराशि का हुवा बंदरबांट*
करमई गांव में बने सार्वजनिक शौचालय को फिर उपयोग लाया जा सके इसके लिये प्रधान और सचिव ने शासन से मरम्मतीकरण को लेकर शिवानी कंट्रक्शन के नाम की फर्म को 33162 रुपये का भुगतान किया गया वही कंट्रक्शन इंजीनियर के नाम भी 688 रुपये का भुगतान किया गया बाबजूद इसके फिर भी हालात नहीं सुधरे क्योंकि भ्रष्टाचार की जड़ेइतनी मज़बूत है कि काम के नाम पर सिर्फ अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर अपनी जेबे गर्म कर जनता को मिलने वाली सुविधाओं में पलीता लगाने में लगे हुए है क्या प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को ठेंगा दिखाने वालो पर कोई कर्राबाई अमल में लायी जायेगी है या यूँ शासन के पैसे को हवा में उड़ाया जाता रहेगा।
*शौचालय के टूटे गेट, टंकी ग़ायब, चारों और फैली गंदगी*
जिस शौचालय के मरम्मत के नाम पर चंद महीने पहले धनराशि निकाली गयी उसका आलम यह है की सार्वजानिक शौचालय के अधिकांश गेट टूटे पड़े है पानी की व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं है टंकी गायब है वही चारों और गंदगी फैली हुई है गंदगी से आसपास रहने वालों लोगों का बुरा हाल है कूरे कचरे और गंदगी से उठ रही दुर्गन्ध ने राहगीरों सहित गांव के लोगों का जीना मुहाल कर रखा है।