केमिकल डालकर विहान बोर्ड प्राइवेट लिमिटेड ने सुखा दिया हरे पेड़ों को !

एनपीटी मुरादाबाद ब्यूरो
मुरादाबाद। कांठ रोड स्थित दीवान शुगर्स लिमिटेड की एक यूनिट विहान बोर्ड प्राइवेट लिमिटेड की प्लाई फैक्ट्री में यूकेलिप्टस के पेड़ों की लकड़ियों का अधिक इस्तेमाल होता है।
अपनी फैक्ट्री की बाउंड्रीवाल के आगे रोड पर लगे हरे पेड़ों को फैक्ट्री मालिक ने केमिकल डालकर सुखा दिया। अब उसे इस सूखे हुए पेड़ों को कटवाने में आसानी होगी और उसकी फैक्ट्री दूर से ही लोगों को दिख जाएगी। हालांकि वन विभाग कह रहा है, वह फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई करेगा, क्योंकि जिन पेड़ों को सुखाया गया है। वह
यूकेलिप्टस के पेड़ हैं। यह आसानी सूखने वाले नहीं हैं।
यहां बता दें कि सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र स्थित विहान बोर्ड प्राइवेट लिमिटेड के सामने वन विभाग ने कई वर्षों पहले पौधे लगाए थे, जो अब बड़े होकर विशालकाय वृक्ष बन चुके हैं। इस बीच वहां पर प्लाई बनाने वाली फैक्ट्री आ गई। ग्रामीणों का आरोप है कि इन पेड़ों की जड़ों में केमिकल डाला गया है,जिससे ये हरे भरे पेड़ सूख गए हैं।
प्लाई फैक्ट्री में इस्तेमाल होते हैं यूकेलिप्टस के पेड़
कांठ रोड स्थित दीवान शुगर्स लिमिटेड की एक यूनिट विहान बोर्ड प्राइवेट लिमिटेड की प्लाई फैक्ट्री में यूकेलिप्टस के पेड़ों की लकड़ियों का अधिक इस्तेमाल होता है। वहां कर्मचारियों और ग्रामीणों का कहना है कि एक तो फैक्ट्री सामने से दिख जाएगी और दूसरी यूकेलिप्टस लकड़ी धीरे-धीरे फैक्ट्री के अंदर चली जाएगी।
हर वर्ष वन विभाग लगाता है पौधे
हर वर्ष वन विभाग की ओर से लाखों पेड़ लगाए जाते हैं। इन पेड़ों में बहुत कम पौधे पेड़ के लिए तैयार होते है। कुछ पेड़ देख रेख के अभाव में सूख जाते है,तो कुछ को ऐसे फैक्ट्री मालिक केमिकल डालकर सुखा देते हैं
फैक्ट्री के सामने लगे यूकेलिप्टस के सूखे पेड़।
फैक्ट्री वालों पर हो कार्रवाई: ग्रामीण
वहीं कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि इस कांठ रोड पर सारे पेड़ हरे भरे हैं। हरे भरे पेड़ों की वजह से वाहनों से निकलने वाला धुंआ पेड़ सोख लेते हैं,जिससे बीमारियां नहीं फैलती है। मगर इस फैक्ट्री के आगे के सारे पेड़ कोई केमिकल डालकर सुखा दिए हैं। इन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे : वन विभाग
वन विभाग के रेंजर गिरीश चंद्र ने बताया कि अचानक यूकेलिप्टस के सारे पेड़ एक साथ नहीं सूखते हैं। अगर प्लाई बनाने वाली फैक्ट्री के आगे के ही पेड़ सूखे हैं तो फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।