अमरोहा कलेक्ट्रेट सभागार में भव्यता एवं उत्सव के रूप में मनाई गई भारत रत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर जी की 135 वीं जयंती

एनपीटी अमरोहा ब्यूरो
अमरोहा : बाबासाहब भीम राव अम्बेडकर सामाजिक समानता सामाजिक न्याय शिक्षा में योगदान व शोषितों पीड़ितों गरीबों महिलाओं की आवाज बनकर दिया समाज को नई दिशा ,उनके योगदान को भुला पाना नामुमकिन, उनके सिद्धांतों बातों को अपनी कार्यशैली में आत्मसात कर देश के विकास में दें सक्रिय योगदान- जिलाअधिकारी
डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और कुशल समाजसुधारक थे समय निकाल कर उनकी जीवनी पढ़ें- माननीय शिक्षक विधायक हरी सिंह ढिल्लो
आज कलेक्ट्रेट सभागार अमरोहा में हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान थीम के अन्तर्गत बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर जी का 135वाँ जन्म दिवस भव्यता के साथ उत्सव के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स मुख्य अतिथि मा0 शिक्षक विधायक हरिसिंह ढिल्लो ने सर्वप्रथम डा0 भीमराव अम्बेडकर जी चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया। तदोपरान्त अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) आदि अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया। मा0 शिक्षक विधायक हरिसिंह ढिल्लो उनके जन्मदिवस के इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी जीवनी को आज अवश्य पढ़ें। उन्होंने कहा बाबा साहब के हृदय में एक ज्वाला थी समाज को बदलने की जो उन्होंने पूर्ण किया। उन्होंने जो अपने मन में ठाना, वह पूरा किया। बाबा साहेब एक महान दार्शनिक, धर्मशास्त्री, अर्थशास्त्री थे और महान व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने 21 वर्षों तक लगातार सभी धर्म का अध्ययन किया। उनका उद्देश्य समाज को शिक्षित बनाना और शोषित गरीबों वंचितों को उनका हक दिलाना था। उन्होंने कहा आज विश्व में सबसे अधिक मूर्ति बाबा साहब अंबेडकर जी की हैं, सबसे अधिक पार्क उनके नाम से हैं, सबसे ज्यादा पुस्तक उनके नाम पर लिखी गई हैं। उन्होंने कहा सरकार ने उनके परिनिर्वाण दिवस को संविधान दिवस के रूप में मनाया था। हम सभी को संविधान का सम्मान करना चाहिए और उनके जीवन को उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतरना चाहिए यही उनके लिये सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जिलाधिकारी द्वारा बाबा साहब के सामाजिक समानता न्याय शिक्षा गरीबों दलितों पिछड़ों के उत्थान के लिए दिए गए योगदान एवं सामाजिक परिवर्तनकारी जीवन पर आधारित विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सामाजिक सुधारों को अम्बेडकर जी ने आगे बढ़ाया और सरोकारों को प्राथमिकता दी। उन्होने हमेशा समाज सुधार और राष्ट्रीय एकीकरण की बात कही। डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे।
जिलाधिकारी ने कहा कि हम सभी को संविधान के नियमों का पालन करना चाहिए और यह शपथ ले की उनको अपने जीवन में अवश्य उतारे। उन्होंने कहा ज्यादातर देशों में संविधान बदलता रहता लेकिन आज हमारा संविधान 75 वर्ष होने के बाद भी निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने आत्मविश्वास से समाज को बदल सकते हैं सभी कर्मचारी अधिकारी अपनी पटल पर संविधान के अनुरूप कार्य करें और बाबा साहब के मूल्यों को अपने जीवन में उतारे।
अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि हमें डा0साहब के विचारों एवं आदर्शों को अक्षरशः पालन करना चाहिये। बाबा साहब ने सामाजिक बुराइयों से घिरे होते हुये भी इतनी ऊँचाईयों पर पंहुच कर भारत में अपना नाम रोशन कर दिया। उन्होने कहा कि जिस तरह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर कर्म के सिद्धान्त पर चलते थे, उसी तरह हमें भी कर्म पर पूरा ध्यान देना चाहिये, फल की प्राप्ति पर नहीं। महापुरूषों के बताये हुये मार्गाें का सदैव अनुसरण करना चाहिये। उन्होने कहा कि डा0 साहब एक अच्छे इंसान थे और उन्होने इन्सानियत का परचम भारत में लहराया है।
कहा कि डा0भीमराव अम्बेडकर जी संविधान निर्माता, उच्च कोटी के दार्शनिक, समाज सुधारक, विशलेषक, कानून के मर्मज्ञ , गरीबों एवं दलितों के मसीहा थे। हमें उनके मार्गों का अनुसरण करते हुये शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिये। शिक्षा के द्वारा ही समाज में, देश में उच्चतम स्थान पाया जा सकता है। उन्होनें कहा कि कहा कि आज राजनैतिक सोच का समेकित रूप हमारे सामने है, वह संविधान की प्राक्लन समिति की देन है, जो यह बताती है कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की राजनैतिक परख उच्चकोटी की थी और देश को आगे बढ़ाने का जज्बा गजब का था। उन्होने कहा कि हमारे व्यक्तित्व, आचरण तथा व्यवहार में बाबा साहब की सोच परिलक्षित होनी चाहिए, क्योकि उन्होने ही हमें बताया कि कैसे समाज के अन्तिम व्यक्ति तक, गरीब व्यक्ति तक हमारी बात पहुचे और जो योजनाएं बनायी जा रही हैं, उनका लाभ पहुंचे।
बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर जी का 135वाँ जन्म दिवस के अवसर पर उपजिलाधिकारी नज़म मसीह, ब्रजपाल सिंह, पुष्करनाथ चौघरी आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
अन्त में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने गोष्ठी में आये समस्त अधिकारीगण, कर्मचारीगण सहित पत्रकार बन्धुओं का धन्यवाद किया।
गोष्ठी के अवसर पर अपर उप जिलाधिकारी पुष्कर नाथ
जिला आबकारी अधिकारी जितेंद्र पांडेय सहित कलेक्ट्रेट
परिसर अमरोहा के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।