विकास की दुहाई देने वाले नगर निगम से अछूता रह गया जयंतीपुर

यूपी के मुरादाबाद में जयंतीपुर इलाका विकास की नहीं, बदहाली की मिसाल बन चुका है। यहां शहनाई की गूंज तो कब की बंद हो चुकी है, अब सिर्फ गंदगी, कीचड़ और बदबू ही ‘स्वागत’ करते हैं। हालत ये है कि अब लोग घरों से बाहर नहीं निकलते है |
एनपीटी मुरादाबाद ब्यूरो
मुरादाबाद। यूपी के मुरादाबाद में जयंतीपुर इलाका विकास की नहीं, बदहाली की मिसाल बन चुका है। यहां शहनाई की गूंज तो कब की बंद हो चुकी है, अब सिर्फ गंदगी, कीचड़ और बदबू ही ‘स्वागत’ करते हैं। हालत ये है कि अब लोग घरों से बाहर निकलने से डरते हैं की कहीं फिसल न जाएं, तो कहीं गिरकर जख्मी न हो जाएं। जयंतीपुर की तंग गलियों में चारो ओर सिर्फ कीचड़ ही कीचड़ फैला हुई दिखाई देगी लगातार जमा गंदगी और उठती बदबू ने लोगो को घर में कैद कर दिया है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इस शामसिया से परेशां है
स्कूल जाने वाले बच्चों की ड्रेसें रोज़ खराब होती हैं
जयंतीपुर की तंग गलियों में चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ फैली हुई है। लगातार जमा गंदगी से उठती बदबू ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इस समस्या का शिकार है। बता दे की स्कूल जाने वाले बच्चों की ड्रेसें रोज़ खराब होती हैं और फिसलकर गिरना तो आम बात हो गयी है । वहीं बुजुर्गों के लिए तो घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है।
शादियों का आयोजन घरों में नहीं कर पाते है गंदगी के चलते शादियों का आयोजन घरों में नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में लोगों को रिश्तेदारों के यहां या फिर बैंक्वेट हॉल में शादियां करनी पड़ रही हैं। संपन्न परिवार तो किसी तरह बैंक्वेट हॉल का खर्च उठा लेते हैं, लेकिन गरीब परिवारों के लिए बीस से पच्चीस हजार रुपये जुटाना बेहद मुश्किल हो जाता है।
स्थानीय लोगों की मांग
जयंतीपुर के लोग अब प्रशासन से जल्द सफाई अभियान चलाने और जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया, तो हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं।
प्रशासन मौन, समाधान नहीं
लोगों का कहना है कि उन्होंने नगर निगम और प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन न कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही सफाई के इंतजाम। नतीजा ये है कि लोग अब खुद को अपने ही घरों में काफी कैद महसूस कर रहे हैं ।
बहुत जल्द सफाई अभियान चलाया जाएगा
नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने कहा की , “जयंतीपुर की पुरानी बस्ती का मामला हमारे संज्ञान में आया है। स्थानीय लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता पर लेते हुए बहुत जल्द वहां सफाई अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोगों को राहत मिल सके।”
क्या प्रशासन जागेगा?
सवाल यह है कि मुरादाबाद में लगातार विकास की दुहाई देने वाले नगर निगम से जयंतीपुर अछूता कैसे रह गया और अब क्या नगर निगम इस गंदगी और बदहाल स्थिति को गंभीरता से लेगा? या फिर जयंतीपुर की गलियों में यूं ही सन्नाटा और बदबू पसरी रहेगी