असम के कामरूप जिले में आयोजित विश्व महावीर सिलाराय की 515वीं जयंती समारोह में उपस्थित मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ।

एनपीटी असम ब्यूरो
असम: विश्व महावीर चिलारराय की 515वीं जयंती के अवसर पर असम के कामरूप जिले के अमीनगांव के चिलाराय उद्यान में पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री और कामरूप जिले के संरक्षक मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने एक खुली बैठक में भाग लिया। कामरूप जिला प्रशासन और उत्तर एवं दक्षिण कामरूप जिला कोच राजबोंगशी सम्मेलन के सहयोग से आयोजित आज के कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में भाग लेते हुए मंत्री पटवारी ने कहा कि “ विश्व महावीर चिलाराय की वीरता, उनकी छापामार रणनीति, युद्ध कौशल आदि पर उचित अध्ययन और शोध के माध्यम से ही महावीर को विश्व दरबार में आगे ले जाया जा सकता है। इस दिशा में सबका सामूहिक दायित्व और कर्तव्य है। मंत्री पटवारी ने आगे कहा कि आज के दौर में युवा पीढ़ी को असम के इतिहास की महान विभूतियों के बारे में बेहतर तरीके से जानने की जरूरत है। इस संदर्भ में उन्होंने युवा पीढ़ी के लिए लाचित बोरफुकन और सिलाराय जैसे नायकों के साथ-साथ श्रीमंत शंकरदेव और माधवदेव जैसे असमान बच्चों के योगदान का अध्ययन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लाचित बोरफुकन की बहादुरी ओर वीरता के बारे में राष्ट्रीय स्तर पर पहले से ही बहुत प्रचार किया जा चुका है। उन्होंने सिलाराय के जीवन और कार्यों के बारे में अनुसंधान और अध्ययन पर भी जोर दिया। आज के कार्यक्रम में मंत्री पटवारी ने महाराजा नरनारायण के निर्देश पर कनेक्टिविटी सुधारने के लिए कोचबिहार तक बनाया गया ऐतिहासिक गोंहाई कमल आली का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमण्डल में प्रकाशित गोंहाई कमल आली को असम माला योजना के तहत बेहतर गुणवत्ता में निर्मित करने का निर्णय लिया गया है। विश्व महावीर चिलराय की 515वीं जयंती के अवसर पर आयोजित खुली सभा में कामरूप जिला आयुक्त देब कुमार मिश्रा, 515वीं विश्व महावीर चिलाराय जयंती उद्यापन समिति के अध्यक्ष खगेंद्रजीत ठाकुरिया, कोच राजबोंगशी विकास परिषद के उपाध्यक्ष जीतू दास, अखिल असम कोच राजबोंगशी सम्मेलन के उपाध्यक्ष डॉ. रॉबिन दास, सहित कई प्रमुख नागरिक उपस्थित थे। खुली सभा से पूर्व प्रातःकाल विश्व महावीर सिलराय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई जिसमें रंगिया विधायक भावेश कलिता, पुलिस अधीक्षक रंजन भुइयां और कामरूप जिला आयुक्त देब कुमार मिश्रा ने भी भाग लिया। इस अवसर पर भाषण देते हुए कामरूप जिला आयुक्त देव कुमार मिश्र ने उल्लेख किया कि वीर सिलराय ने अपने भाई राजा नरनारायण के साथ कोच साम्राज्य की मजबूत नींव स्थापित करने और साम्राज्य का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था ।