कित्ताकेंदुआ से छोटी सांखी तक भी श्रमदान से बनेगी दो किलोमीटर सड़क

बसंतराय(गोड्डा ): प्रखंड क्षेत्र के सांचपुर सांखी पंचायत अंतर्गत ग्राम कित्ताकेंदुआ के लोगों ने 3 किलोमीटर तक श्रमदान से बनी सड़क को देखकर कित्ता केंदुआ गांव से छोटी सांखी तक 2 किलोमीटर की लंबाई का सड़क बनाने का निर्णय किया। और साथ ही साथ काम भी शुरू कर दिया।उन्होंने प्रशासन और नेताओं के उदासीनता से निराश होकर गांव के लोगों ने मिलकर सड़क निर्माण का काम शुरू किया। बताते चले की तीन दिन पहले अखबार में एक खबर छपी थी के सांचपुर सांखी से शाहपुर तक 3 किलोमीटर लंबी सड़क को लोगों ने श्रमदान कर 48 घंटे के अंदर बना डाला। इसी खबर को देखकर केंदुआ गांव के लोगों ने प्रेरणा ली और 2 किलोमीटर तक सड़क बनाने का निर्णय लिया और काम भी स्टार्ट कर दिया। आजादी से लेकर अब तक इस गांव को सड़क मार्ग से नहीं जोड़ा गया था। जिस कारण वस इस गांव में अगर कोई बीमार भी पड़ जाता था तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। बरसात के मौसम में कमर भर पानी में होकर बीमार को नजदीकी अस्पताल तक ले जाया जाता था। लोग इस गांव में शादी करने से भी कतराते थे। वहीं सड़क को लेकर गांव के प्रधान राजकुमार मुर्मू ने कहा कि ग्रामीणों ने पहले प्रशासन और नेताओं से सड़क बनाने की मांग की लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। निवास होकर ग्रामीणों ने बैठक का प्रत्येक घर से चंदा इकट्ठा करने और खुद सड़क बनाने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर को लेकर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया और देखते ही देखते दो किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की ठान ली। श्रमदान से सड़क निर्माण होने से ग्रामीण बहुत खुश हुए और उन्होंने इस उपलब्धि को अपनी आजादी बताया। साथ ही राजकुमार मुर्मू ने कहा कि आज मुझे इस रोड को बनते देखकर जितनी खुशी हो रही है। इतनी खुशी तो किसी पर्व या त्योहार में मुझे नहीं हुई थी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस खुशी का जितना भी व्याख्या करूं कम होगा। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि जब सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलती है तो ग्रामीण अपनी मेहनत और सहयोग से अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। राजकुमार मुर्मू प्रधान ने कहा कि मैंने सोचा कि अगर एक आदमी पहाड़ काटकर रास्ता बना सकता है। तो हम गांव वाले मिलकर सड़क क्यों नहीं बना सकते जिसके लिए हम सरकार से देश की आजादी के बाद से अनुरोध कर रहे हैं। मांझी को सड़क बनाने में 22 साल लग गए जिसका मतलब है कि अगर हम सरकार पर निर्भर ना होते तो हम अब तक यह काम कर चुके होते। जिला परिषद सदस्य एहतेशामुल हक ने 5000 सहयोग रूप में दिया। तो वहीं प्रखंड प्रमुख अंजर अहमद ने भी 5000 की सहयोग राशि दी। मौके पर नंदकिशोर मुर्मू, शिवलाल सोरेन, शैलेंद्र मुर्मू, महानंद मुर्मू, परिमल टुडू, गणेश हांसदा, रंजू कुमारी बेसरा, बसंती मुर्मू, उर्मिला बेसरा आदि गांव के ग्रामीण मौजूद थे।
सड़क बनने में किया जमीन दान करने वालों में नारायण बासकी, शिवचरण हांसदा, गणेश हांसदा, मोहम्मद रसूल, संतोष टुडू, मोहम्मद अब्बास, राजकुमार मुर्मू, मोहम्मद फैयाज, संजय खेतान, शंकर खेतान, रमाकांत चौधरी, प्रमोद झा, शंभू मिश्रा, बुल्ला, मोहम्मद कासिम, जितेंद्र पासवान, शमसुल, सिद्दीक, मोईज आदि शामिल हैं।