
एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी, गाज़ियाबाद ने विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करते हुए अपनी प्रथम राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विधि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और उनके तर्क, विश्लेषण तथा न्यायालयीन शिष्टाचार को विकसित करना है।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राजेश टंडन, पूर्व न्यायाधीश, उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा किया गया। उन्होंने विधि शिक्षा में व्यावहारिक प्रशिक्षण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को भविष्य में सशक्त अधिवक्ता बनने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम को हर वर्ष आयोजित करने का सुझाव भी दिया।
उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य संरक्षक, चेयरमैन एवं कुलाधिपति श्री महेन्द्र अग्रवाल, कुलपति प्रो. डॉ. प्रसनजीत कुमार, कुलसचिव डॉ. राजीव रतन, विधि एवं विधिक अध्ययन विद्यालय के निदेशक डॉ. हेमंत कुमार शर्मा और विधि संकाय निदेशक प्रो. डॉ. उर्मिला प्रमुख रूप से शामिल रहे। सभी संकाय सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया।

इस प्रतियोगिता में भारत के विभिन्न हिस्सों से आई 16 टीमों ने भाग लिया। निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक टीम को एक विशिष्ट कोड प्रदान किया गया। उद्घाटन के दौरान प्रारंभिक राउंड के लिए फिक्स्चर की घोषणा की गई तथा मूट मेमोरियल्स का आदान-प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस अवसर पर अपने इस संकल्प को दोहराया कि एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी, विधि छात्रों को सैद्धांतिक शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान करती रहेगी ताकि वे समाज में न्याय और विधि के सशक्त प्रहरी बन सकें।
एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी इस मूट कोर्ट प्रतियोगिता को एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित वार्षिक परंपरा के रूप में स्थापित करने के लिए पूर्ण रूप से रूप से प्रतिबद्ध है।