खबरों के बाद, वैढ़न समूह से हो रही पैकारी की 54 BL अवैध शराब आबकारी विभाग ने की जप्त

कोतवाली से चन्द कदमों की दूरी पर स्थित वैढ़न शराब समहू से प्रतिदिन होती हैं पैकारी, पुलिस बनी अनजान
सिंगरौली। जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री चरम पर है जो जिले के शराब माफिया हैं सिर्फ उनके पास दुकान में शराब बेंचने की परमिशन मिली हुई है लेकिन ठेकेदार का अपने संबंधित क्षेत्र में कनेक्शन गांव व शहरों तक जुड़ा हुआ है जो शराब ठेकेदारों के गुर्गे हैं चार पहियां व दो पहियां वाहनों से शराब की पैकारी कर उन छोटे-छोटे किराना व्यापारियों को पहुंचा रहे हैं जहां अवैध शराब की बिक्री धड़ल्ले से बिना रोक-टोक होती चली आ रही है जिले के पुलिस कप्तान तो बदल जाते हैं थाना के प्रभारी बदल जाते हैं लेकिन पुलिस विभाग व आबकारी विभाग में जो अवैध कारोबार का परंपरा चली आ रही है गांवों व शहरों में अवैध शराब परोसी जा रही है इन अवैध कारोबारियों पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग असफल रहा है ऐसा नहीं है कि जिले की पुलिस जिले की आबकारी विभाग को अवैध शराब कारोबार की जानकारी नहीं है इन विभागों को बखूबी जानकारी है इन विभागों के जिम्मेदार जानबूझकर अनजान बने रहते हैं और अनजान बनने का कारण सिर्फ यह है इनको महीने की चढ़ोतरी हर महीने समय पर शराब ठेकेदार द्वारा प्राप्त हो जाती है।
आबकारी विभाग ने अवैध शराब पर की कार्रवाई
दिनांक 02/05/2025 को कलेक्टर सिंगरौली चंद्रशेखर शुक्ला के निर्देशन मे एवं जिला आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम के मार्गदर्शन मेंं वृत वैढ़न के अंतर्गत अवैध शराब के संग्रहण एवं विक्रय की सूचना मिलने पर कार्यवाही की गई। तलाशी कार्यवाही दौरान पप्पू शाह पिता मान प्रसाद शाह उम्र 35 वर्ष ग्राम पिपरा कुरंद थाना वैढ़न को ग्राम टूसाखाढ में बीजपुर रोड पर सड़क के किनारे थाना वैढ़न से एक काले रंग की आटो जिसका क्रमांक MP66R2203 उसके पिछली सीट पर 06 कार्टून जिसमे देसी मदिरा प्लेन प्रत्येक कार्टून में 50 नग (कुल 300पाव) मदिरा कुल 54 BL मदिरा बरामद कर मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 संशोधित 2000 की धारा 34(1)(क) एवम 34(2) के तहत प्रकरण दर्ज कर मौके पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया एवं जब्त वाहन एक काले रंग की आटो जिसका क्रमांक: MP66R2203 को कब्जे आबकारी लिया गया।
उक्त आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। प्रकरण की विवेचना जारी है। कुल जब्ती 54 BL जिसकी अनुमानित कीमत ₹22,500 एवं वाहन की अनुमानित कीमत ₹1,10000 कुल कीमत ₹1,32500 है। कार्यवाही के दौरान वृत्त प्रभारी आबकारी उपनिरीक्षक एस. के.यादव,आबकारी आरक्षक बहादुर सिंह, अमर पॉल सिंह,अंकिता त्रिपाठी एवं नायक महेंद्र सिंह चौहान व सैनिक कमलभान का सराहनीय योगदान रहा।
एमएसपी व एमआरपी से भी ज्यादा दामों में बिक रही शराब पर कार्रवाई कब ,,?
शराब बेशक हानिकारक है। सभ्य समाज की नजर में बुरी भी, लेकिन इसका मतलब यह कैसे हो सकता है कि इसके धंधे में कोई हिसाब ही ना रहे और ग्राहकों को खुलेआम लूटा जाता रहे। ठेकेदार नियम का पालन न करें और जिम्मेदार आंखें मूंदकर देखते रहे। यही हो रहा है। ना तो दुकानों पर रेट लिस्ट लगी है और ना ही उसके हिसाब से दाम लिए जा रहे है। रेट वहीं जो ठेकेदार तय कर दे। देशी शराब में कम तो अंग्रेजी में थोड़ी ज्यादा धांधली है। प्लेन देशी शराब के पाव की अधिकतम कीमत 70 रुपए है, जबकि इसके 90 रुपए वसूले जा रहे है। देशी मसाला शराब के अधिकतम 90 रुपए की बजाय 110 रुपये (कही-कहीं 115 भी) वसूले जा रहे है। अधिक वसूली के सवाल पर शराब दुकान वाले ग्राहकों से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं।
कोतवाली पुलिस सुस्त
आप को बता दे कोतवाली थाना से चन्द कदमों की दूरी पर स्थित वैढ़न शराब समहू से प्रतिदिन पैकारी की जाती है कई बार तो जानकारी भी दी गयी लेकिन कोई मतलब नहीं। इससे साफ जाहिर होता है कोतवाली पुलिस ने वैढ़न समूह को खुली छूट दे रखी है और अनजान बनकर कार्य को जारी कर रखी है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि आये दिने लोगों की जुबान से यही निकल रहा है की कोतवाली पुलिस ही सब करा रही है।