बिजली विभाग की आर डी एस एस योजना में बदलने थे जर्जर तार,खोखले साबित हुए दावे

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद। बिजली विभाग के पुराने और जर्जर तारों व उपकरणों में हो रहे फाल्ट से नगर के कई मोहल्ले खतरे की जद में है। लालबाग, दीवान बाजार न्यारियों ढहरिया और नवाब पुरा मोहल्ले में बिजली के तारों की स्थिति दयनीय हालत में है।जबकि जिले में बिजली विभाग ने आर डी एस एस योजना के अंतर्गत पुरानी और जर्जर तार बदलने के लिए कई करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
विभाग के दावे हवाहवाई
महानगर के पुराने मोहल्लों में जमीन पर झूल रहे जर्जर हालत में तार बिजली की हकीकत बयान कर रहे हैं। जर्जर तारों में आए दिन होने वाले फाल्ट से वहां रहने वाले खुद को जान माल खतरा बता रहे हैं। बिजली विभाग की आर डी एस एस योजना में जिले में गिने चुने स्थानों पर कुछ जर्जर तारों को बदला गया है। जिस पर बिजली विभाग महानगर में शत प्रतिशत पुराने उपकरणों और तारों की बदलने का दावा कर रहा है।
रोज होते हैं फाल्ट
महानगर के पुराने मोहल्लों में जाने के बाद पता चला कि बिजली विभाग के दावे हकीकत इतर है। बात न्यारियों मोहल्ले से शुरू करते है, न्यारियों मोहल्ले में तहसील स्कूल पानी टंकी की पर बने विद्युत केंद्र के बाहर और आसपास अनसुलझे तारों के जाल में आए फाल्ट होता रहते है।वही लाल मस्जिद रोड पर बने विद्युत केंद्र की भी यही हालत है। वहां फाल्ट होने पर वक्ती तौर पर तारो में जोड़ लगाकर कम चल रहा है। वहीं जिगर रोड चौराहे सकड़ बीचों बीच बिजली की 11 हजार केवी की लाइन में जोड़ लगे है। जिसमें कभी भी फाल्ट हो जाता है। जिसके बाद सड़क पर चलते लोगों को जान बचाकर सड़क किनारे की ओर भागना पड़ता है।
गली मोहल्लों में फैला है तारों का मकड़जाल
कभी कभी तो चारो ओर सड़कों पर लोगों भीड़ लग जाती है। लालबाग मोहल्ले में पंचायती मंदिर के पास सड़क किनारे रखे ट्रांसफार्मर पर सैकड़ों तारों के जाल में आए दिन फाल्ट होना आम बात हो गई। फाल्ट होने के वक्त ट्रांसफार्मर के पास बने घरों में रहने लोगों महीने में चार पांच बार घर से बाहर आना पड़ता है। ऐसे ही एक नजारा नवाब पुरा जोहरी बिडिंग के सामने रखे ट्रांसफार्मर के लटके तारों में फाल्ट होने से कई बार आस पास में बने हादसे की चपेट में आने बचे हैं। ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारी के दावे खोखले साबित हो रहे।
तीन महीने से नहीं बदला गया कोई तार
बिजली आपूर्ति भी इस वक्त गर्मी आते ही परेशान करने लगी है। जिसका मुख्य कारण जर्जर हालत में तारों के अनसुलझे जाल हैं। इनमें महीने में 10 से 15 बार फाल्ट होना आम बात हो गई है। कई बार तो फाल्ट होने के बाद आधा एक घंटे तक तार लटके रहता बिजली कर्मचारियों से कई बार तार बदलने के लिए कहा गया है लेकिन आज तक कोई तार नहीं बदला गया।
फाल्ट होने की वजह जर्जर तार
अधीक्षण अभियंता नगर विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि आर डी एस एस योजना जिले के पुराने और जर्जर तार बदले गए हैं।पुराने मोहल्लों में कहीं तार नहीं बदले गए है और पुराने है तो उन्हे बदलवा दिया जाएगा। फाल्ट होने की मुख्य वजह जर्जर तार भी हो सकते हैं। लेकिन देखा जाए तो तारों और उपकरण क्षमता कई गुना अधिक भार पढ़ने से फाल्ट होने की स्थिति बन जाती है।