अलवर में विदेशी नागरिकों पर सख्ती: 117 बांग्लादेशी डिटेन, पहचान और वापसी का अभियान जारी

अलवर : कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत पूरे देश में विदेशी नागरिकों की पहचान और उन्हें वापस उनके वतन भेजने का अभियान तेज कर दिया गया है। अलवर जिले में भी पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है और जिले में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों, विशेषकर बांग्लादेशियों की धरपकड़ का अभियान जारी है। अब तक पुलिस ने जिले के विभिन्न इलाकों से 117 बांग्लादेशी नागरिकों को डिटेन किया है। इनमें बच्चे, महिलाएं और युवा भी शामिल हैं, जो अधिकतर ईंट भट्ठों पर काम कर रहे थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद विदेशी नागरिकों की धरपकड़ का अभियान चलाया जा रहा है। भारत सरकार ने विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें डिटेन करने के निर्देश दिए हैं। इन्हीं आदेशों की पालना में अलवर जिले में भी सघन अभियान चलाया जा रहा है।
अब तक जिले के रामगढ़, राजगढ़ और बगड़ तिराहा क्षेत्रों से इन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। हालांकि, पुलिस का अभियान यहीं नहीं रुका है। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी विदेशी नागरिकों की पहचान का कार्य जारी है, और अन्य संदिग्ध नागरिकों को भी चिन्हित किया जा रहा है।
पुलिस ने जानकारी दी कि ईंट भट्ठों पर बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक कार्य कर रहे थे। इस सूचना पर पुलिस ने विभिन्न भट्ठों पर छापेमारी की, जहां से ये बांग्लादेशी परिवार पकड़े गए। डिटेन किए गए नागरिकों में महिलाएं, बच्चे, युवा और वृद्ध शामिल हैं।
पुलिस इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वे भारत में कैसे दाखिल हुए और यहां उनके पास कोई वैध दस्तावेज हैं या नहीं। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि बॉर्डर पार करने में उनकी मदद किसने की और भारत में उनके दस्तावेज कैसे और कहां बने।
जिले में विदेशी नागरिकों की पहचान और वापसी का यह अभियान आगामी दिनों में भी जारी रहेगा। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी संदिग्ध विदेशी नागरिक की जानकारी मिलती है तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।