“भारत-पाक युद्ध: कौन भारी?”

सुरेंद्र मलानिया
“पाकिस्तान की औकात नहीं है हिंदुस्तान से युद्ध करने की” — यह सिर्फ नारा नहीं, एक सच्चाई है जिसे आंकड़ों और आधुनिक सैन्य शक्ति से साबित किया जा सकता है। 2025 की स्थिति में भारत और पाकिस्तान के बीच की तुलना स्पष्ट रूप से दिखाती है कि भारत हर मोर्चे पर पाकिस्तान से कहीं आगे और अधिक सक्षम है।
भारत-पाक सैन्य शक्ति तुलना चार्ट (2025)
भारत के पास 12 लाख से अधिक सक्रिय सैनिक हैं, वहीं पाकिस्तान के पास यह संख्या आधी से भी कम, लगभग 6.5 लाख है। भारत की रिजर्व फोर्स भी 10 लाख से अधिक है, जबकि पाकिस्तान की सीमित है। यही नहीं, भारत के पास राफेल, सुखोई, मिराज, तेजस जैसे 2,200 से अधिक आधुनिक लड़ाकू विमान हैं, जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 850 के करीब, जिनमें से कई चीन-निर्मित JF-17 हैं।
हथियारों की बात करें तो भारत के पास T-90 और अर्जुन जैसे 4,700 से ज्यादा युद्धक टैंक हैं, वहीं पाकिस्तान 2,400 टैंकों पर निर्भर है। भारत की नौसेना में INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य जैसे एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, जबकि पाकिस्तान के पास एक भी नहीं। भारत की पनडुब्बी शक्ति में परमाणु पनडुब्बियाँ भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के पास नहीं हैं।
भारत के पास ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जो विश्व में सबसे तेज़ मानी जाती है। वहीं बैलिस्टिक मिसाइल रेंज में अग्नि-5 जैसे हथियार भारत को हजारों किलोमीटर दूर तक मार करने की क्षमता देते हैं। पाकिस्तान की शहीन और गजनवी मिसाइलें दूरी और सटीकता में पीछे हैं।
सिर्फ सैन्य शक्ति ही नहीं, भारत का डिफेंस बजट 73 बिलियन डॉलर (2024) है, जो पाकिस्तान के लगभग 10 बिलियन डॉलर बजट से 7 गुना अधिक है। स्पेस टेक्नोलॉजी और उपग्रह निगरानी में भारत की ISRO जैसी एजेंसी पाकिस्तान के पास नहीं है; पाकिस्तान इस क्षेत्र में चीन पर निर्भर है।
परमाणु हथियारों के मामले में दोनों देशों के पास लगभग बराबर संख्या (~160-170) में हैं, लेकिन भारत की ‘नो फर्स्ट यूज़’ नीति और जवाबी हमले की क्षमता उसे नैतिक और सामरिक दोनों दृष्टि से ऊंचा स्थान देती है।
निष्कर्ष: भारत की सैन्य शक्ति न केवल पाकिस्तान से अधिक है, बल्कि उसकी तकनीक, रणनीति और वैश्विक समर्थन भी कहीं अधिक व्यापक है। पाकिस्तान यदि युद्ध छेड़ेगा तो परिणाम विनाशकारी होगा — और सबसे भारी कीमत वही चुकाएगा। भारत न केवल तैयार है, बल्कि सक्षम भी।