आपात कालीन स्थितियों में नागिरक सुरक्षा तैयारियों की प्रभावकारिता सुनिश्चित करने हेतु व उनसे निपटने के किए जाने वाले सुरक्षात्मक उपायों/ बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी

एनपीटी ब्यूरो
ललितपुर गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश के क्रम में, अपर पुलिस महानिदेश, कानपुर जोन, कानपुर व पुलिस उपमहानिरीक्षक, झांसी परिक्षेत्र, झांसी के निर्देशन में जनपद ललितपुर में पुलिस अधीक्षक, जनपद ललितपुर मो0 मुश्ताक द्वारा आपात कालीन स्थितियों में सुरक्षा संबंधी एडवाइजरी जारी करते हुए आमजनमानस को जागरूक किया गया । सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल के जरिए नागरिकों को आपात स्थिति के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा सुदृढ़ करने हेतु तथा आपात कालीन स्थितियों में बचाव हेतु प्रशिक्षण दिया गया l आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस लाईन ललितपुर में वृहद स्तर पर विभिन्न आयामों को सम्मिलित करते हुए सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया । उक्त सिविल डिफेन्स मॉकड्रिल में सिविल पुलिस, फायर सर्विस, PAC, एनसीसी, होमगार्ड, ,आपदा मित्र, स्वास्थय विभाग आदि सहित कई संगठन और स्वयंसेवी समूहों द्वारा भाग लिया गया ।
यह मॉक ड्रिल युद्धकालीन/अन्य आपात परिस्थिति में नागरिकों को सुरक्षा देने व हवाई हमले से स्वयं को सुरक्षित रखते हुए, प्राथमिक चिकित्सा देने, बिजली आपूर्ति को तत्काल रोककर ब्लैकआउट करने जैसी रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया एवम् उसके उपरांत उसका सम्यक तरीके से अभ्यास भी कराया गया ।
आपात स्थिति में सायरन बजने पर क्या करना है और क्या नहीं करना है(Do’s and Don’ts) की जानकारी दी गई।
क्या करें-
1. हवाई हमले या युद्ध का सायरन बजते ही तुरन्त घर के अन्दर चले जाये, नजदीकी बंकर, सुरक्षित आश्रय या पक्के मकान के बेसमेंट, बाथरूम या सीढ़ियों के नीचे शरण लें।
2. रेडियो या आधिकारिक संचार चैनल सुनते रहें।
3.अति महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, भीड़-भाड़ के स्थलों से दूरी बनाकर रखें ये सम्भावित टारगेट हो सकते है।
4.पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च, रेडियो, मोबाइल चार्जर, पावर बैंक, सूखा भोजन और जरूरी दस्तावेज हमेशा पास में रखें।
5.बच्चों, वृद्धों, दिव्यांगों और जानवरों की भी मदद करें उन्हे अपने साथ सुरक्षित रहने दें।
6.स्कूल या डे-केयर में पढ़ने वाले बच्चों को वही रहने दे ।
7.यदि खुले स्थल पर है तो जमीन पर लेट जाये और अपना सिर हाथ या किसी वस्तु से ढक लें।
8.हवाई हमले की स्थिति में शांत रहे, भयभीत न हो, सुरक्षित स्थान पर रहें।
19.प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा बताये गये सुरक्षित स्थल व रास्तों की जानकारी रखें, जरूरत पड़ने पर शीघ्र वहां पहुंचे।
10.सभी नागरिक, छात्र आदि सिविल डिफेंस प्रशिक्षण में अवश्य भाग लें तथा आसपास के लोगों को भी प्रशिक्षण हेतु प्रेरित करें।
11.सभी नागरिक, छात्र आदि निकासी योजनाओं की तैयारी और अभ्यास का भी प्रशिक्षण प्राप्त करें।
क्या न करें-
1.प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों को अनदेखा न करें।
2.खुले स्थान पर न जाये।
3.सोशल मीडिया या अनजान स्रोतों से मिलने वाली अफवाहों पर ध्यान न दें।
4.महत्वपूर्ण व भीड़-भाड स्थलों पर जाने से बचें।
5.अपने दायित्वों/कर्तव्यों को अनदेखा न करें।
6.निर्दिष्ट वस्तुओं को अनदेखा न करें।
7.किसी की भी उपेक्षा न करें।
08.जल्दवाजी (घबराहट) में बच्चों को स्कूल से लाने का प्रयास न करें।
9.खुले स्थान पर एक साथ खड़े न रहे।
10.घबराये नही तथा अफरा-तफरी से बचें।
11.असुरक्षित स्थल पर न रहें।
12.सिविल डिफेंस प्रशिक्षण के प्रति उदासीन न रहें।
*गैस सिलेंडर में आग लगने की स्थिति में (Do’s and Don’ts) की जानकारी दी गई।*
क्या करें-
1. घबराएँ नहीं, शांत रहें।
2. तुरंत मुख्य गैस वॉल्व बंद करें (यदि संभव हो और बिना खतरे के पहुंचा जा सके)।
3. आग बुझाने के लिए CO₂ या ड्राई केमिकल फायर एक्सटिंग्विशर का उपयोग करें
4. फायर ब्रिगेड (101) को तुरंत कॉल करें।
5. सभी बिजली उपकरण बंद करें और मुख्य स्विच से बिजली काट दें।
क्या न करें (What Not to Do):
1. पानी से आग न बुझाएँ, खासकर जब आग गैस या तेल आधारित हो।
2. गैस लीक होते समय बिजली का स्विच ऑन/ऑफ न करें।
3. सिलेंडर पर चोट या हथौड़ा न करें, यह विस्फोटक हो सकता है।
4. आग की लपटों के पास न जाएँ बिना सुरक्षा के।
5. धुआँ भरे कमरे में न जाएँ बिना गीले कपड़े या मास्क के।
ब्लैकआउट की स्थिति में कैसे स्थान बदले जाएं, किस दिशा में जाएं और किसे प्राथमिकता दी जाए। इन सभी पर विस्तृत प्रशिक्षण /अभ्यास किया गया । Black Out की स्थिति में क्या करना है और क्या नहीं करना है (Do’s and Don’ts), के बारे में भी बताया गया।
क्या करें
1. सभी लाइटें और बिजली के उपकरण तुरंत बंद करें घर, दुकान, वाहन, मोबाइल की फ्लैशलाइट आदि।
2. इनवर्टर व जनरेटर बंद करें ताकि बाहरी रोशनी समाप्त हो सके।
3. खिड़कियों व दरवाज़ों के परदे बंद करें ताकि रोशनी बाहर न दिखे।
4. वाहन चला रहे हों तो तुरंत किनारे लगाकर बंद कर दें, हेडलाइट और इंडिकेटर बंद रखें।
5. सभी सदस्यों को एक जगह सुरक्षित रखें- विशेष रुप से बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को।
6. रेडियो, मोबाइल या अन्य माध्यमों से सरकारी निर्देश सुनते रहें।
7. पड़ोसियों को भी सतर्क करें, विशेषकर अकेले रह रहे लोगों को।
8. जरूरी दवाइयाँ और टॉर्च आदि सामान पहले से तैयार रखें।
क्या न करें
1. ब्लैकआउट के दौरान किसी भी प्रकार की रोशनी जलाना , मोमबत्ती, टॉर्च, लाइटर आदि।
2. बाहर निकलकर सड़क पर घूमना या शोर मचाना।
3. वाहन चालू रखना या उसकी लाइट जलाना।
4. अफवाहें फैलाना या भ्रामक जानकारी शेयर करना सोशल मीडिया पर भी नहीं।
5. बिना आवश्यक कारण के फोन कॉल करना आपात सेवाओं की लाइन व्यस्त न करें।
6. किसी भी संदिग्ध वस्तु को छूना या उठाना।
7. सामूहिक रूप से इकट्ठा होना या भीड़ लगाना।
8. सरकारी निर्देशों की अनदेखी करना।
इसी क्रम में उक्त के संबंध में जागरूकता एवम् अभ्यास का कार्यक्रम जनपद के प्रत्येक सर्किल/थाना क्षेत्रों में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया तथा छात्रों को भी इस मॉक ड्रिल में शामिल किया गया ताकि वह अपने संपर्क के व्यक्तियों और सोसायटी को भी जागरूक कर सकें तथा आने वाली पीढ़ी को भी आपात कालीन स्थिति में आपदा प्रबंधन का व्यावहारिक ज्ञान हो सके।
तत्पश्चात जनपद के सभी पुलिस स्टेशन,कार्यालय/आवासीय परिसर आदि स्थानों पर ब्लैक आउट(समय 20.00 बजे से 20.05 बजे तक) का भी अभ्यास कराया गया।