
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
नई दिल्ली।ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राष्ट्र के नाम पहले संबोधन के मुख्य अंश निम्नलिखित हैं। गत 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया। निर्दोष-मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर, उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने, बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी।
मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल. एक स्वर में, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। और आज हर आतंकी,आतंक का हर संगठन जान चुका है कि अब यह पहले वाला भारत नहीं है। यह भारत घर में घुसकर मारता है।
टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चलेंगे!
टेरर और टॉक एक साथ नहीं होगी !
पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा!
अभी यदि देश पर पाकिस्तान की तरफ से कोई आतंकी हमला होता है तो भारत उसका मुंह तोड़ जवाब देगा।
स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म की बात दुनिया के सामने सच साबित हो गई।
पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान की आर्मी के बड़े-बड़े अफसर की मौजूदगी इस इस बात की तस्दीक करती है कि आतंकवाद पाकिस्तान की पॉलिसी का हिस्सा है। पाकिस्तान के आतंकी और उनके आका अच्छी तरह से समझ लें वह भले ही पाकिस्तान में बैठे हो यदि उन्होंने भारत के खिलाफ कोई नापाक हरकत की तो वह वहां सुरक्षित नहीं है।
“आतंकियों ने हमारी बहनो का सिन्दूर उजड़ा था इसलिए भारत ने आतंंक के मुख्यालय उजाड़ दिए’। 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए। आज हर आतंकवादी जानता है कि हमारी बहनों और बेटियों के माथे से सिन्दूर पोंछने का परिणाम क्या होता है।
“ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत दुनिया ने भारत की शक्ति देख ली है दुनिया ने देखा कि भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो चुका है। दुनिया ने हमारी सेना के शौर्य और पराक्रम को देखा है और उसका लोहा माना है।
यह भारत किसी को छेड़ता नहीं, कोई छेड़ता है तो फिर छोड़ता नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ़ एक ऑपरेशन नहीं है, बल्कि भारत की नई नीति है, नई सामान्य स्थिति है। उन्होंने कहा, “यह एक न्यू नोर्मल है।
अगर हमारे नागरिकों पर हमला होता है तो भारत निर्णायक रूप से आतंक के केंद्र पर हमला करेगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब भारत के खिलाफ़”परमाणु ब्लैकमेल” काम नहीं करेगा।