रोडवेज को मिले 70 चालक, अब एआरएम करेंगे भर्ती

एनपीटी मुरादाबाद ब्यूरो
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (रोडवेज) में अब मंडल स्तर पर चालकों की भर्ती नहीं होगी। इसकी जिम्मेदारी अब सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) को दे दी गई है। अब वह अपने स्तर से भर्ती कर सकेंगे।
दरअसल मुरादाबाद मंडल में 200 से अधिक नई बसें आने के बाद चालकों का भारी संकट हो गया था। इसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक ने रिपेार्ट बनाकर शासन स्तर पर भेजी। वहां से 250 चालकों की संविदा पर भर्ती की अनुमति मिल गई। इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधक दफ्तर पर मेला भी लगाया गया। मगर पर्याप्त चालक नहीं पहुंच सके। इसलिए चालकों के भर्ती की जिम्मेदारी एआरएम को दे दी गई है। परिवहन निगम मुरादाबाद के सेवा प्रबंधक अनुराग यादव ने बताया कि सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों से कहा गया है। अगर एक या दो चालक भी आ जाते हैं और वह मानकों को पूरा करते हैं तो उनकी भर्ती कर ली जाए।
180 चालकों की और होगी भर्ती
सेवा प्रबंधक अनुराग यादव ने बताया कि अभी तक परिवहन निगम मुरादाबाद मंडल में 70 चालकों की भर्ती की जा चुकी है। 180 चालकों की और भर्ती की जानी है। एआरएम स्तर पर यह प्रक्रिया चल रही है।
चालाकों को मिलेगा 2.4 रुपया प्रति किलोमीटर धनराशि
परिवहन निगम में जो चालक भर्ती होंगे। उन्हें 2.4 रुपया प्रति किलोमीटर धनराशि दी जाएगी। अगर वह महीने में 5000 हजार किलोमीटर से अधिक यात्रा करते हैं तो उन्हें इंसेटिंव भी मिलेगा।
भर्ती होने के लिए यह है पात्रता
इच्छुक अभ्यर्थी के लिए शैक्षिक योग्यता न्यूनतम आठवीं पास रखी गई है। न्यूनतम ऊंचाई पांच फुट तीन इंच है। वहीं भारी वाहन चलाने का लाइसेंस दो वर्ष पुराना होना चाहिए। न्यूनतम आयु 23 वर्ष छह माह एवं अधिकतम 58 वर्ष है। साथ ही अभ्यर्थी को नवीनतम पासपोर्ट साइज दो फोटो एवं आधार कार्ड की प्रति लानी अनिवार्य है। इसके अलावा सभी दस्तावेजों में जन्मतिथि एवं पिता का नाम समान होना चाहिए। वहीं, वह अभ्यर्थी प्रतिभाग नहीं कर सकते हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से किसी भ्रष्टाचार, कदाचार आदि के मामलों में निकाला गया हो।
पहले टेस्ट में सफल होने के बाद एक और टेस्ट होगा
प्रथम टेस्ट में सफल होने वाले अभ्यर्थी को द्वितीय टेस्ट के लिए इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग एंड रिसर्च सेंटर वजीराबाद रोड, शहादरा, दिल्ली (लोनी) भेजा जाएगा। द्वितीय टेस्ट में सफल होने वाले अभ्यर्थियों से नियमानुसार अनुबंध कराया जाएगा। इसके अलावा दो हजार रुपये की प्रतिभूति धनराशि जमा कराने एवं प्रशिक्षण दिलाए जाने के बाद बस के संचालन का कार्य दिया जाएगा।