बागपत में दर्दनाक हादसा – छज्जा गिरने से घायल दुकानदार अनीस की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

बागपत। बागपत शहर में एक आम सी दोपहर उस वक्त मातम में बदल गई, जब छज्जा गिरने से घायल हुए दुकानदार अनीस की एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। यह हादसा तो दुर्भाग्यपूर्ण था ही, लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने पूरे शहर में हलचल मचा दी। मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया और अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।
घटना बुधवार की है, जब करीब साढ़े तीन बजे यह खबर आई कि बागपत शहर निवासी दुकानदार अनीस, जो कुछ दिन पहले मकान के छज्जा गिरने से घायल हुए थे, अब हमारे बीच नहीं रहे। बताया जा रहा है कि अनीस को पैर में मामूली चोट आई थी और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते अनीस की जान चली गई। अनीस के भाई ने भावुक होते हुए कहा, “हमने समय रहते अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन इलाज में लापरवाही की गई। इतनी छोटी सी चोट में मौत कैसे हो सकती है?”
इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली बागपत की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह परिजनों को शांत कराया। हालांकि दुख और आक्रोश से भरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था।
कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी ने बताया कि, “शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
यह घटना केवल एक हादसे की नहीं, बल्कि उस भरोसे के टूटने की है जो आम आदमी डॉक्टरों और अस्पतालों पर करता है। अनीस अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन सवाल जिंदा हैं – क्या उसकी मौत टल सकती थी? क्या समय रहते सही इलाज मिलता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी?
बागपत की सड़कों पर आज अनीस की मौत को लेकर सिर्फ मातम नहीं है, बल्कि इंसाफ की एक उम्मीद भी है – जो समय पर मिले, ताकि फिर किसी अनीस की जान लापरवाही की भेंट न चढ़े।