वैभवी टंडन ने सीबीएसई दसवीं बोर्ड परीक्षा में 99.2% अंक हासिल करने पर सम्मानित किया गया

कन्नौज,फिजिक्स वाला (पीडब्ल्यू) ने अपनी छात्रा वैभवी टंडन की शानदार सफलता का जश्न मनाया,जिन्होंने सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा 2025 में 99.2% (500 में से 496 अंक) हासिल किए। उत्तर प्रदेश के कन्नौज की रहने वाली वैभवी ने दो विषयों में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए, जबकि हिंदी और सामाजिक विज्ञान में 99 अंक हासिल किए। वैभवी अपने माता-पिता के साथ कन्नौज में रहती हैं। उसके पिता वकील हैं और माता एक गृहिणी हैं। वैभवी ने बताया कि उसने एक नियमित पढ़ाई का रूटीन अपनाया, कॉन्सेप्ट्स को गहराई से समझने पर ध्यान दिया और एन सी ई आर टी किताबों, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों, सैंपल पेपर्स और मॉक टेस्ट्स के ज़रिये निरंतर अभ्यास करती रही। वैभवी ने यह भी कहा कि फिजिक्सवाला के वीडियो लेक्चर्स और स्ट्रक्चर्ड प्रेपरेशन मेथड्स ने उन्हें फोकस बनाए रखने में काफी मदद की। वैभवी उन स्टूडेंट्स में से है जो हर दिन खुद को बेहतर बनाने में यकीन रखती है। वो अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी लगन और पढ़ाई में अनुशासन को देती हैं। वैभवी कहती हैं मैं हमेशा खुद का वो वर्जन बनने की कोशिश करती हूँ जो कल से बेहतर हो और इस लक्ष्य को पाने में फिजिक्सवाला से बहुत सहयोग मिला। मेरी पढ़ाई में लगातार मेहनत और ईमानदारी मेरी सबसे बड़ी ताकत रही है। उसका ये नजरिया और मेहनत कई छात्रों के लिए प्रेरणा की वजह बनती है। वैभवी को हमेशा से ही गणित में गहरी रुचि रही है,और वह लॉ के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती है। वह सी एल ए टी 2027 की तैयारी कर रही है।अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए,उसने पीडब्ल्यू (फिजिक्सवाला) के सी एल ए टी प्रिपरेशन कोर्स में नामांकन किया है। अपनी मंज़िल को लेकर स्पष्टता और फोकस के साथ वैभवी लगातार अपने सपने को पूरा करने की दिशा में मेहनत कर रही है। अलख पांडे, शिक्षक संस्थापक और सीईओ, पीडब्ल्यू ने कहा वैभवी का रिजल्ट नियमित मेहनत और सही संसाधनों की अहमियत का उदाहरण है। पीडब्ल्यू में हम अलग-अलग बैकग्राउंड से आए छात्रों को उनके शैक्षिक लक्ष्यों की तैयारी में मदद करने की कोशिश करते हैं। इस साल 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने CBSE कक्षा 10 की परीक्षा दी। वैभवी का प्रदर्शन उसे उन छात्रों में शामिल करता है जिन्होंने उच्च अंक हासिल किए,और यह ऑनलाइन लर्निंग के शैक्षिक तैयारी में बढ़ते हुए योगदान का एक उदाहरण भी है।