खाते में एक रुपया नहीं आया और प्रशासन ने मुख्यमंत्री कार्यालय को बताया 5 लाख रुपये सफलतापूर्वक भुगतान।

जिला कलेक्टर कार्यालय ने तलवास अग्निकाण्ड के पीड़ित परिवार को मुआवजे के संदर्भ में भेजी गलत रिपोर्ट।
नेशनल प्रेस टाइम,ब्यूरो।
बूंदी। तलवास अग्निकांड के बूंदी निवासी पीड़ित परिवार को मुआवजे के संदर्भ में बूंदी जिला कलेक्टर कार्यालय के द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय को गलत रिपोर्ट भेजने का मामला सामने आया है।तलवास अग्निकांड में दिवंगत छात्र रितेश शर्मा के पिता बूंदी नाहर का चोहट्टा निवासी लोकेश शर्मा ने बुधवार को इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर बूंदी जिला प्रशासन पर उनके परिवार के जख्मो पर मरहम लगाने के बजाय नमक छिड़कने का आरोप लगाया है।
बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लिखे पत्र में लोकेश शर्मा ने कहा कि उनके पुत्र स्व.रितेश शर्मा की 7 अक्टूबर 2024 को अग्निकांड से मृत्यु हो गयी थी। इसके बाद 7 अप्रैल 2025 को वह न्याय की मांग को लेकर बूंदी सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रतिनिधिमंडल के साथ जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुख्यमंत्री निवास पर मिले थे और न्याय की मांग की थी। प्रतिनिधि मंडल मे महासभा के जिलाध्यक्ष मिथिलेश दाधीच व अन्य प्रबुद्ध गणमान्य लोग सम्मिलित थे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने बूंदी जिला कलेक्टर से पीड़ित परिवार को मुआवजे व न्याय के संदर्भ में रिपोर्ट मांगी थी। जिस पर 10 अप्रैल 2025 को कार्यालय जिला कलेक्टर बूंदी के द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गयी रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान सफलतापूर्वक कर दिया गया है। लोकेश शर्मा ने बताया कि जवाब की प्रति महासभा के जिला अध्यक्ष मिथिलेश दाधीच को भी भेजी गयी थी। जब दाधीच ने उन्हें भी प्रति भेजी और उन्होंने प्रशासन के जवाब को पढ़ा तो बड़ा दुख हुआ।
पीड़ित ने कहा कि जिला कलेक्टर कार्यालय में 10 अप्रैल 2025 को ही मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट भेज दी कि मेरे परिवार को भी 5 लाख रुपये का भुगतान सफलतापूर्वक कर दिया गया है जबकि वास्तविकता यह है कि 10 अप्रैल 2025 को सफलतापूर्वक भुगतान की तो बात छोड़िये आज 21 मई 2025 तक एक रुपये का भी भुगतान उनके परिवार को नहीं किया गया है।
जिला प्रशासन की घोर संवेदनहीनता :
पीड़ित परिवार को मुआवजे के संदर्भ में राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा ने कहा कि यह बूंदी जिला प्रशासन की घोर संवेदनहीनता है, जब अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को ही गलत जवाब भेज रहे हैं तो आम आदमी को न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस मामले में जिम्मेदार जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये जिससे भविष्य में प्रशासन के द्वारा किसी भी पीड़ित परिवार के संदर्भ में इस तरह की गलत रिपोर्ट नहीं भेजी जाये।