बार-बार बैक आने से नाराज छात्र-छात्राएं धरने पर बैठे, प्राचार्य बोले यूनिवर्सिटी करेंगे बात

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद। हिंदू कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष पद का विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था। उससे पहले ही बीएससी के लगभग 100 छात्र छात्राएं धरने पर बैठ गए। छात्रों का आरोप है कि उनकी एक सत्र में तीन तीन बैक लग गई हैं। जबकि छात्रों का कहना है कि उन्हें अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा है। एक सत्र में तीन बार बैक आने से छात्र चिंतित हैं। छात्रों का कहना है कि हमें जानबूझकर फेल किया जा रहा है। भौतिक विज्ञान और रासायनिक विज्ञान में एक सत्र में तीन बार बैक आने पर समय के साथ उन पर आर्थिक मार पड़ रही है।
एक वर्ष में तीन बार एक विषय बैक लगना छात्रों आश्चर्य में डाल रहा है।
बीएससी विभाग के छात्र प्राचार्य सत्यव्रत सिंह रावत के कक्ष में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता गौरव सिंह के साथ 50 से अधिक छात्र धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहा है। कि एक वर्ष में तीन बार एक विषय बैक लगना और पहले से भी कम नंबर आना उन्हें आश्चर्य में डाल रहा है। छात्रों ने उन्हें उनकी काबलियत पर पूरा भरोसा है। किसी हालत बैक लगने के बाद किसी भी कमजोर से कमजोर छात्र के एक और चार नंबर नहीं आ सकता है। छात्र इतना भी कमजोर नहीं हो सकता। छात्रों का कहना है कि महाविद्यालय उनकी बात यूनिवर्सिटी के आगे रखने के स्थान पर छात्रों को कमजोर कर रहे हैं।
कॉलेज के प्राचार्य यूनिवर्सिटी से बात ही नहीं कर रहे हैं।
छात्रा पूजा ने बताया कि उनकी एक विषय में बैक आई थी, जिसको लेकर उन्होंने फीस देकर दोबारा परीक्षा दी। लेकिन उसमें भी यूनिवर्सिटी द्वारा मात्र एक नंबर दिया है। हमने आरटीआई से भी जवाब मांगा था लेकिन कोई हल नहीं निकला। कॉलेज के प्राचार्य यूनिवर्सिटी से बात ही नहीं कर रहे हैं। हमारा भविष्य खराब करने में महाविद्यालय के जिम्मेदारों की भूमिका साफ दिखाई दे रही है।
सत्र में तीन बैक आना संभव नहीं है।
छात्रा मीनाक्षी का कहना है कि एक विषय में बार बार बैक आ रही है। कई बार लिखित शिकायत प्राचार्य को दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। इसलिए मजबूरी में आकर धरने पर बैठना पड़ा,अब प्राचार्य ने कहा है कि यूनिवर्सिटी बात करेंगे। वहीं मामले पर जानकारी देते हुए प्राचार्य सत्यव्रत सिंह रावत ने बताया कि कुछ छात्रों की शिकायत है कि उनकी बार बार बैक आ रही है। इसको लेकर यूनिवर्सिटी बात करेंगे। एक सत्र में तीन बैक आना संभव नहीं है।