भ्रष्टाचार और अवैध बैनामों से उजड़ा जीवन,न्याय के लिए आमरण अनशन पर बैठा पीड़ित : आज तीसरा दिन

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
मोदीनगर। उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक लापरवाही और भूमाफियाओं की मिलीभगत के चलते एक व्यक्ति को अपने ही हक की जमीन कथित तौर पर गंवानी पड़ी। आरोप है कि पीड़ित की जमीन का अवैध रूप से तहसील स्तर पर बैनामा कर दिया गया और अब वह जमीन किसी और के नाम हो चुकी है। इस अन्याय के खिलाफ पीड़ित ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है और आज उसका तीसरा दिन है।
पीड़ित सतेंद्र कुमार का आरोप है कि उसके खुद के भाई ने अपने हिस्से के अलावा पीड़ित के हिस्से का भी बैनामा कर दिया है। समय रहते पीड़ित नें अपनी जमीन पर आपत्ति जताई थी, लेकिन तहसील कार्यालय में उसकी एक भी नहीं सुनी गई। आपत्ति की अनदेखी कर अधिकारियों ने बैनामा रजिस्टर्ड कर दिया, जबकि सामलात खाते में प्रत्येक खातेदार का अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आवश्यक होता है।
सतेंद्र कुमार ने बताया कि उक्त मामले में एक मुकदमा भी दर्ज हो चुका है जिसमें दो बार जांच भी हो चुकी है, मामला न्यायालय में लंबित है। बैनामे निरस्त कराने के लिए वह लगातार तीन दिनों से खराब मौसम में भूखा-प्यासा न्याय की उम्मीद में संघर्ष कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी पीड़ित के समर्थन में आना शुरू हो गए हैं।
आपको याद होगा कि हाल ही में तहसील मोदीनगर में एक लेखपाल सरित कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े जाने की कार्यवाही और सतेंद्र कुमार के अनशन नें तहसील मोदीनगर को सवालों के घेरे में ला दिया है।