मुरादाबाद

बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में तीन परियोजना पर चल रहा कार्य विभाग ने 15 जून तक कार्य पूरा करने का किया दावा

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो ।

मुरादाबाद। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में तीन परियोजना पर चल रहा कार्य 15 जून तक कार्य पूरा करने का बाढ़ खंड विभाग का दावा जिले छह बांधों के तीन अधिकारी अभियंताओं में बांटा 6 ढेला नदी पर बना बांध महत्वपूर्ण अफजल गढ़ सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता को जिम्मेदारी दी । सिंचाई एवं बाढ़ विभाग संभावित बाढ़ से निपटने के प्रबंध में बाढ़ खंड के अधिकारी जुट गए है। बाढ़ से चिंतित जिला अधिकारी अनुज सिंह ने सिंचाई एवं बाढ़ खंड विभाग के साथ सप्ताह भर पहले की मीटिंग कर बाढ़ से निपटने के सभी इंतजाम पूरे के लिए 15 जून तक का समय दिया है। जिसमें विभाग अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में तीनों परियोजना पर किया गया कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बाढ़ के आकस्मिक बहाव से नदी के किनारे के कटाव के लिए भी बाढ़ में उपयोग होने वाली सामग्री भी उपलब्ध है। वहीं तहसीलदार भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चौकियां बनाने का दावा कर रहे हैं।    

नदी के तेज बहाव को रोकने कार्य किया जा रहा है

मानसून के आने के साथ बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है। कोसी ,रामगंगा और सहायक नदी विकनपुर और ढेला नदी से प्रभावित बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में तीनों को परियोजनाओं कोसी नदी के जैतपुर विसाट गांव में , रामगंगा नदी के लिए वीरपुर बरियार में  और सहायक नदी विकनपुर के लिए बलिया बल्लभगढ़ में और ठाकुर द्वारा के इलहर गांव में ढेला नदी के किनारे को नाएलोन रोक क्रेट एन आर सी के जरिए नदी के तेज बहाव को रोकने का कार्य किया जा रहा है। वहीं बाढ़ के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड रविप्रकाश ने बताया कि जपनद में छह बंदे है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ठाकुरद्वारा के इलहर गांव से बह रही ढेला नदी का बांध हे। इसमे लगी हुई बड़ी आबादी की सुरक्षा के लिए ढेला नदी के बांध पर काफी लंबे नदी के किनारे पर बहाव को रोकने के लिए कार्य किया जा रहा है। इस परियोजना को अफजलगढ़ सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अवधेश कुमार देख रहे हैं।

80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बांध का काम

आगापुर मंढौली में मूंढापांडे गांव के बांध पर भी परियोजना का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रामगंगा नदी के किनारे बसे वीरपुर बरियार खरगपुर गांव में परक्यूपाईन के तहत आर सीसी से बने त्रिकोणीय स्ट्रक्चर से नदी के बहाव से होने वाले कटाव को रोकने का कार्य किया जा रहा है। वहीं बलिया बल्लभ गढ़ में  बोल्डर ईम्पटी सीमेंट बैग्स में मिट्टी भरकर बिल्लियों की मदद से किनारों को कटने से रोकने का कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। नोडल अधिकारी रविप्रकाश ने बताया कि 15 जून तक कार्य पूरा किया जा चुका है। विभाग के पास ईसी बैग बीस हजार की संख्या में उपलब्ध हैं। वहीं नायलोन रोक क्रेट,परक्यूपाईन और बोल्डर पर्याप्त मात्रा में मौजूद है।

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