एसआरएमएस में एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड पर वर्कशॉप आयोजित

नेशनल प्रेस टाइम ,ब्यूरो।
बरेली। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के क्षेत्र में चिकित्सकों की जानकारी बढ़ाने और प्रैक्टिकल कुशलता के लिए एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (ईयूएस) पर एक दिवसीय वर्कशॉप हुई। मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित इस वर्कशॉप में एकेडमिक लेक्चर, लाइव सर्जरी के साथ प्रेक्टिकल प्रशिक्षण के सेशन हुए। गाजियाबाद के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. संजय गर्ग ने मुख्य अतिथि के रूप में एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड के मूलभूत सिद्धांतों, वर्तमान की क्लीनिक जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करते हुए “ईयूएस की एबीसी” पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में गैस्ट्रो संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें इससे संबंधित कैंसर भी एक है। ऐसे में हम सबको इस क्षेत्र में हो रहे शोधों और अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी जरूरी है। इसी की मदद से गैस्ट्रो के मरीजों का उपचार आसार होगा। इसके लिए ऐसे वर्कशॉप महत्वपूर्ण हैं। जहां व्यावहारिक प्रशिक्षण मिल सके। डा. गर्ग ने एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (ईयूएस) के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी और इसकी मदद से आरंभिक चरणों में गैस्ट्रो संबंधित दिक्कतों का आसानी से पता लगाने पर जोर दिया। एसआरएमएस आईएमएस के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा. एमएस बुटोला ने क्लीनिकल कार्यशाला आयोजित करने के लिए टीम को बधाई दी और ऐसी वर्कशॉप पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड पर हो रही रूहेलखंड रीजन की इस पहली वर्कशॉप से इस फील्ड के चिकित्सकों को निसंदेह लाइफ होगा। इसका फायदा मरीजों को भी मिलेगा। इससे पहले वर्कशॉप का आरंभ में आयोजन समिति की आर्गनाइजिंग चेयरमैन एवं जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डा. स्मिता गुप्ता ने सभी का स्वागत किया और वर्कशॉप के बारे में जानकारी दी। वर्कशॉप में प्रमुख रूप से जीएमसी हल्द्वानी के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डा. एससी जोशी, एसआरएमएस के डीन पीजी डॉ. रोहित शर्मा, डा. राजीव टंडन, डा. मनोज गुप्ता, डा. नम्रता सिंह, डा. वत्स गुप्ता के साथ-साथ बरेली, हल्द्वानी और मुरादाबाद के कई गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट शामिल रहे।