नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी के संग दुनिया में शांति और मानवता का उजियारा बिखेरेंगे अमन कुमार

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
बागपत : सामाजिक बदलाव की दिशा में सतत प्रयासरत बागपत जिले के युवा सामाजिक कार्यकर्ता अमन कुमार ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित सत्यार्थी मूवमेंट फॉर ग्लोबल कम्पैशन की ओर से आयोजित सत्यार्थी समर स्कूल 2025 के लिए अमन का चयन दुनियाभर से चयनित शीर्ष 25 युवाओं में हुआ है। यह समर स्कूल 8 जून से नई दिल्ली में आयोजित होगा। अमन कुमार के कार्यों व उपलब्धियों के दम पर उन्हें इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के प्रथम बैच में ही शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ। फेलोशिप के उपरांत, अमन कुमार को विश्व के पहले ‘ग्लोबल कम्पैशन एम्बेसडर’ के रूप में मान्यता प्राप्त होगी। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की करुणा और शांति की परंपरा को आगे बढ़ाने का दायित्व अमन कुमार जैसे ग्रामीण युवा को मिलना जिले के लिए गौरव की बात है।
अमन कुमार इस प्रतिष्ठित मंच पर उत्तर प्रदेश से चयनित एकमात्र युवा हैं। सत्यार्थी समर स्कूल 2025 में अमेरिका, फ्रांस, रूस, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, इटली जैसे 22 देशों और 250 विश्वविद्यालयों से आए 1200 से अधिक आवेदनों में से चार चरणों की कड़ी चयन प्रक्रिया के उपरांत केवल 25 प्रतिभागियों को चयनित किया गया है। यह एक माह की आवासीय फेलोशिप जून माह में दिल्ली के मुक्ति आश्रम और राजस्थान के विराटनगर स्थित बाल आश्रम में आयोजित होगी। इस दौरान प्रतिभागियों को दयालुता, सामाजिक न्याय, और करुणामूलक नेतृत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी सहित वैश्विक विचारकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नीति निर्माताओं के साथ संवाद करने का अनूठा अवसर मिलेगा।
अमन ने बताया कि “एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले युवा के रूप में इस प्रतिष्ठित फैलोशिप में चयनित होना मेरे लिए बहुत प्रेरक क्षण है। वर्तमान समय में जब दुनिया में विभाजन, असमानता और संघर्ष बढ़ रहे हैं, ऐसे में करुणा, सह-अस्तित्व और शांति का संदेश फैलाना ही सच्चा नेतृत्व है। मुझे विश्वास है कि सत्यार्थी समर स्कूल से प्राप्त अनुभवों से मैं अपने समुदाय और देश के लिए और प्रभावी कार्य कर सकूंगा।” वहीं उन्होंने विवेकानंद युवा पुरस्कार के तहत प्राप्त धनराशि का एक निर्धारित हिस्सा शांति और दयालुता के क्षेत्र में कार्य करने हेतु समर्पित करने की घोषणा भी की है।