आर्य समाज और आर्य वीर दल ने भारतीय सेना के सम्मान में निकाली भव्य तिरंगा यात्रा

देशभक्ति के रंग में रंगा टटीरी, जनमानस ने बढ़-चढ़कर किया स्वागत
बागपत/टटीरी,
भारत की वीर सेना के अद्वितीय शौर्य और बलिदान को समर्पित एक गौरवमयी पहल में, आर्य समाज और आर्य वीर दल, टटीरी ने संयुक्त रूप से गुरुवार को एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय सेना के प्रति सम्मान प्रकट करना और देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुँचाना था।
यात्रा का नेतृत्व आर्य समाज, टटीरी के प्रधान सतीश आर्य ने किया, जो दोपहर लगभग 2 बजे आर्य समाज मन्दिर प्रांगण से आरंभ हुई। यात्रा में युवाओं, गणमान्य नागरिकों, विद्यार्थियों और क्षेत्रीय लोगों का भारी उत्साह देखने को मिला। हाथों में तिरंगा लिए प्रतिभागियों के चेहरों पर देशभक्ति का ओज साफ झलक रहा था। गगनभेदी नारों – “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्”, और “जय हिंद की सेना!” से टटीरी कस्बा गूंज उठा।
यात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों, मैन बाजार और मंडी क्षेत्र से होकर पुनः आर्य समाज मन्दिर पर समाप्त हुई। जगह-जगह आमजन ने पुष्पवर्षा और जल वितरण कर यात्रा का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर आर्य समाज के पूर्व प्रधान सुरेश जिंदल, मंत्री रवि आर्य, आर्य वीर दल के जिला मंत्री आर्य भूषण, मनीष जिंदल, राकेश आर्य, तन्नू (उप प्रधान), सुनील आर्य, संदीप आर्य, शशि आर्य, प्रमोद आर्य, मास्टर महावीर, मास्टर प्रवीण कश्यप, और अमित आर्य सहित कई सम्मानित नागरिक व आर्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि –
“भारतीय सेना केवल सीमा पर ही नहीं, हर आपदा और संकट में राष्ट्र की रक्षा करती है। उनका सम्मान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। आर्य समाज की यह परंपरा रही है कि वह राष्ट्र सेवा, समाज सुधार और देशभक्ति के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी ने राष्ट्रगान गाकर और ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक उद्घोष करते हुए इस आयोजन को पूर्ण किया। तिरंगा यात्रा न केवल एक सांकेतिक कार्यक्रम थी, बल्कि यह भावी पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और सेवा भावना के बीज बोने का एक प्रेरक प्रयास भी सिद्ध हुआ।