बैतूल भाजपा राज में गबन करो, ऐश करो, विरोध करो तो जेल भरो: मनोज आर्य

13 करोड़ का घोटाला उजागर करने निकले कांग्रेसियों को रानीपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार
नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
बैतूल : करोड़ 21 लाख के घोटाले को लेकर आवाज उठाने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही रानीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव मनोज आर्य ने प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि आज लोकतंत्र का गला घोंटा गया, वे अपने साथियों के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव को भ्रष्टाचार से जुड़ा ज्ञापन देने जा रहे थे। इसी दौरान दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई ने साबित कर दिया कि भाजपा सरकार सच्चाई से डरती है और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देती है।
मनोज आर्य ने साफ कहा कि भाजपा की मोहन यादव सरकार में सच्चाई बोलना जुर्म बन गया है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने बताया कि चिचोली जनपद पंचायत में जमीन से लेकर मनरेगा तक में बड़े घोटाले हुए हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर एफआईआर की मांग ज्ञापन में की गई थी।
मुख्यमंत्री को सौंपे जाने वाले ज्ञापन में दर्ज खुलासों ने भाजपा के विकास के ढकोसले की पोल खोल दी है। चिचोली जनपद पंचायत की भू-स्वामित्व वाली 0.821 हेक्टेयर जमीन, जो खसरा नंबर 214 पर दर्ज है, उसे नगर परिषद के पदों पर बैठे भू-माफिया भाजपा नेताओं की मिलीभगत से शासन के नाम पर ट्रांसफर किया जा रहा है। जमीन के दस्तावेज जलाकर जनपद पंचायत की संपत्ति को कौड़ियों के भाव बेचा जा रहा है। यह सब बिना जनपद बॉडी की सहमति और प्रस्ताव के किया गया, जो साफ तौर पर एक संगठित साजिश है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से 2019-20 और 2021-22 के बीच आंगनवाड़ी मरम्मत के नाम पर 32 लाख 90 हजार रुपये दिए गए थे। लेकिन हकीकत में सिर्फ पुताई कर पैसे निकाल लिए गए। यह पैसा जनता के बच्चों की भलाई के लिए था, जिसे लूटा गया और सरकार आंखें मूंदे बैठी रही। जनपद पंचायत चिचोली द्वारा 2021-22 से 2023-24 के बीच अमृत सरोवर योजना के तहत 112 मरम्मत कार्य चयनित किए गए थे। जिनमें तालाब, चेक डेम, बोल्डर डेम आदि शामिल थे। इन पर खर्च हुए 7 करोड़ 53 लाख रुपये सिर्फ कागजों पर खर्च कर दिए गए। मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई और हकीकत में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जनपद पंचायत चिचोली के तत्कालीन सीईओ और आरईएस विभाग के एसडीओ वर्मा ने मनरेगा योजना में अपने भाई की कंपनी को वेन्डर बनाकर करोड़ों रुपये का फर्जी भुगतान कर डाला। खुद के परिवार को ठेके देकर सरकारी खजाने को चूना लगाया गया और भाजपा सरकार ने इसे नजरअंदाज किया।
2022 से 2024 के बीच ताप्ती सरोवर में भी भ्रष्टाचार के गहरे खेल खेले गए। आरईएस विभाग की एजेंसी और जनपद पंचायत चिचोली के सुपरविजन में काम करते हुए अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों की कंपनियों को वेन्डर बना डाला और जमकर घोटाला किया। मनोज आर्य ने कहा कि यह सरकार अब जनविरोधी हो चुकी है। जो सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देती है और सच्चाई उठाने वालों को जेल भेजती है, उसका अंत निश्चित है। हम डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं, लड़ते रहेंगे। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।
