भाजपा सरकार में होता है महापुरूषों का अपमान: पार्षद अखिलेश सिंह

चाचा नेहरू पार्क में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा लगाये जाने पर जताया विरोध
नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
सिंगरौली। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा जयंत के पार्षद अखिलेश सिंह ने मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर महापुरूषों का अपमान करने का आरोप लगाया है। पार्षद सिंह ने कहा कि आज विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा वैढ़न स्थित चाचा नेहरू पार्क में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया जबकि इस पार्क का नाम पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है। उन्होने कहा कि 28/04/2001 को मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह ने जब राजमाता चूनकुमारी स्टेडियम का उद्घाटन किया था उसी दौरान चाचा नेहरू पार्क बनाने की उन्होने घोषणा की थी। पूर्व मुख्यंमंत्री ने कहा था कि चाचा नेहरू को बच्चे काफी पसंद करते थे इसलिए पार्क का नाम उन्होने चाचा नेहरू रखा था। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने सांसद मद से पार्क तथा रेस्ट हाउस के निर्माण हेतु राशि आवंटित की थी। परन्तु आज चाचा नेहरू की प्रतिमा न लगाकर यहां पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा की स्थापना हो गयी। पार्षद श्री सिंह ने कहा कि यह चाचा नेहरू का अपमान है।
पार्षद अखिलेश सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा काफी पहले से बनकर रखी गयी थी उसे टाकीज तिराहे पर लगाना था परन्तु नगर निगम द्वारा उस प्रतिमा की स्थापना आज चाचा नेहरू पार्क में कर दी गयी। अखिलेश सिंह ने कहा कि भाजपा के सरकार में महापुरूषों का अपमान होता है तथा महापुरूषों के साथ भेदभाव किया जाता है। उन्होने कहा कि जुड़वा तालाब में नगर निगम द्वारा महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा लगायी गयी है और पार्क का नाम भी महाराणा प्रताप जी के नाम पर करने का प्रस्ताव है इसके बावजूद परिषद की बैठक में तीन नामों को रखा गया जिसमें पार्क का नाम बाबा साहब अम्बेडकर, भगवान गौतम बुद्ध तथा महाराणा प्रताप जी के नाम पर करने का प्रस्ताव किया गया। उस दौरान पार्षदों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया और पार्क का नाम महाराणा प्रताप जी के नाम पर करने पर मुहर लगायी। उन्होने कहा कि आगामी परिषद की बैठक में मैं एवं कांग्रेस पार्टी के पार्षद साथियों सहित दोषी अधिकारियों जो नियम कानून को ताकत प्रतिमा स्थापित किए हैं उन पर कठोर कार्रवाई की मांग की जाएगी।