राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दि स्मृति पर भव्य आयोजन

तेड़ा गांव स्थित शिव मंदिर में कार्यक्रम आयोजित, होलकर के मूल्यों को आत्मसात करने का आह्वान
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
बागपत। बिनौली क्षेत्र के तेड़ा गांव स्थित शिव मंदिर में गुरुवार को राजमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दि स्मृति अभियान के अंतर्गत एक भव्य व प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, सामाजिक कार्यकर्ता, महिला प्रतिनिधि एवं युवा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, उनके कार्यों व उनके आदर्शों को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना और उनके मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करना रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक समरसता गतिविधि के प्रांत संयोजक यशपाल सोलंकी ने अपने विचार रखते हुए कहा,
“रानी अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास की उन गिनी-चुनी शासिकाओं में से थीं, जिन्होंने अपने जीवन को आध्यात्म, सेवा, संयम और सादगी के उच्चतम स्तर पर जिया। वे सुशासन का आदर्श उदाहरण थीं। उनके निर्णयों में नीति, करुणा और न्याय का संतुलन था।”
विशिष्ट अतिथि सामाजिक समरसता के विभाग संयोजक डॉ. मनोज विश्नोई ने अहिल्याबाई के जीवनवृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
“आज की नारी शक्ति ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण समाज को रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन मूल्यों को अपने आचरण में उतारने की आवश्यकता है। वे नारी नेतृत्व की प्रतीक थीं, जिनके निर्णय धर्म और जनकल्याण के आधार पर आधारित थे।”
डॉ. विश्नोई ने संघ के पंच परिवर्तनों का भी उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे सामाजिक समरसता, आर्थिक स्वावलंबन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लक्ष्य अहिल्याबाई होल्कर के कार्यों में भी निहित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर कीर्ति गिरी महाराज ने की, जिन्होंने अपने आशीर्वचन में कहा कि
“रानी अहिल्याबाई ने न सिर्फ शासन चलाया, बल्कि मंदिरों, सरायों, धर्मशालाओं और नदियों के घाटों का निर्माण कर जनसेवा को ही राजधर्म बना दिया।”
कार्यक्रम का सफल संचालन जिला सह संयोजक विपिन तोमर ने किया। उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन को जनजागरण का माध्यम बताया।
इस अवसर पर कार्यक्रम प्रमुख सुधीर तोमर, महिला प्रमुख सरिता, विश्वबंधु शास्त्री, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. संदीप शर्मा, सत्यबीर सिंह बड़का, विमला, गीता, शोभा, डॉ. सुखदेव, शारदा, महिपाल सिंह, नरेन्द्र सिंह, ओमवती, अरुण अरोड़ा, मुकेश शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में अहिल्याबाई होल्कर के जीवन मूल्यों – सेवा, सादगी, समर्पण और धर्मनिष्ठा को स्थान देंगे और समाज में समरसता एवं नारी सशक्तिकरण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगे।