विश्वास हॉस्पिटल के संचालक नामी मनोचिकित्सक डॉक्टर सुमित मित्तल ने की आत्महत्या ।

पत्नी के 18 झूठे मुकदमों से मानसिक रूप से परेशान।
खुद सैकड़ों को बचाया , खुद ने फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त की ।
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
अलवर। शहर के सदर थाना क्षेत्र स्थित नंगला रायसिस गांधी नगर में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक प्रतिष्ठित मनोचिकित्सक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। घटना दोपहर करीब 11 बजे की है, जब पुलिस को सूचना मिली कि डॉक्टर सुमित मित्तल ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाकर अलवर जिला अस्पताल (राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय) की मोर्चरी में रखवाया गया। इस घटना की पुष्टि एएसआई अरुण कुमार ने की और बताया कि मृतक डॉक्टर सुमित मित्तल नंगला रायसिस क्षेत्र में रहते थे और आत्महत्या का कारण पारिवारिक कलह बताया जा रहा है।मृतक के छोटे भाई नवीन मित्तल ने बताया कि उनके भाई का कई वर्षों से अपनी पत्नी सीमा गर्ग के साथ गंभीर पारिवारिक विवाद चल रहा था। उन्होंने कहा कि सीमा देवी ने बीते वर्षों में सुमित मित्तल के खिलाफ करीब 18 झूठे मुकदमे दर्ज करवा रखे थे, जिनमें यौन शोषण, दुष्कर्म, पॉक्सो, मारपीट और ठगी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
नवीन मित्तल ने यह भी बताया कि सीमा ने अलवर में एक प्लॉट को अपने नाम करवाने के लिए इन मुकदमों का सहारा लिया और अमित मित्तल मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित होते जा रहे थे।
डॉ. मित्तल अलवर शहर के ‘विश्वास हॉस्पिटल’ के संचालक थे और मनोचिकित्सक के रूप में उन्होंने 100 से अधिक आत्महत्या की प्रवृत्ति वाले लोगों की काउंसलिंग कर उन्हें जीवन देने का काम किया था।घटना के दिन जब वह अस्पताल नहीं पहुंचे तो हॉस्पिटल के मैनेजर विकास उन्हें देखने घर पहुंचे। दरवाजा बंद होने पर जब घर के अंदर झांका गया तो पता चला कि डॉक्टर मित्तल ने खुद को फांसी लगा ली है।परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए कहा कि एक ऐसा डॉक्टर जिसने दूसरों को जीवन दिया, वह खुद मानसिक तनाव से हार गया। परिवार का कहना है कि सीमा देवी द्वारा किए गए झूठे केसों की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
डॉ. मित्तल अपने पीछे एक पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं, जो वर्तमान में अपनी मां सीमा के साथ रहते हैं।
