मोरिंडा धाम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन सती चरित्र पार्वती जन्म विवाह प्रसंग सुनाया

शिव पार्वती की सजी झांकियां
वृंदावन के कलाकारों दी संगीतमय भजनों की प्रस्तुतियां
नेशनल प्रेस टाइम, ब्यूरो ।
झुंझुनूं चंवरा। कस्बे के गुढा रोड़ स्थित पलटुदास आखाड़ा पंचमुखी हनुमान मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा में सती चरित्र, पार्वती जन्म , विवाह प्रसंग का वर्णन किया गया। कथावाचक दिनकर महाराज ने कथा में कहा कि मृत्यु के बाद आत्मा नये शरीर में जन्म लेती है। जो उसके पूर्व जन्मों के कर्मों और इच्छाओं पर निर्भर है आत्मा के अगले जन्म की स्थिति उसके पिछले जन्मों पर निर्भय करती है। अच्छे कर्म करने से आत्मा को बेहतर जीवन मिलता है। जबकि बुरे कर्म करने से उसे कष्टदायी यातनाए होती है। कथावाचक ने यह भी बताया कि माता-पिता का कर्तव्य है कि अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने से पहले स्वयं अच्छे संस्कार धारण करे। इस अवसर पर वृंदावन के कलाकारों ने एक से एक बढ़कर भगवान की झांकियां पेश की। महाराज ने संगीतमय भजनों के माध्यम से भजन पेश किए। महिलाओं ने नृत्य पेश किया। महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया।
कथा के यजमान राधेश्याम कुमावत, सांवरमल खटाणा, राधेश्याम सैनी, डॉ सांवर मल सैनी, धवल कुमार बिछवाल, जगदीश प्रसाद शर्मा, बाबूलाल सैनी, इंद्र सिंह पोंख द्वारा पूजा अर्चना की गई। मंदिर कमेटी द्वारा श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए गांव और ढाणियों से कथा स्थल तक बस की व्यवस्था भी की गई है। बस सुविधा 5 जून तक लगातार जारी रहेगी। इस दौरान आश्रम के महंत रघुनाथ दास महाराज, बामलास धाम के महंत लक्ष्मण दास महाराज, शुशीलिया आश्रम गुढा के महंत जगदीशानंद महाराज, फेरन दास महाराज, शनिधाम के पुजारी सुरेंद्र भार्गव, सुरेश मीणा किशोरपुरा, केके सैनी किशोरपुरा, श्रीराम महरानियां, शीशराम रावत, सांवरमल स्टेशन मास्टर, श्रीराम मीणा, मंदिर कमेटी अध्यक्ष गजराज सिंह शेखावत, महावीर रावत, रामजीलाल शर्मा, मेवाराम सैनी, विलास राम सैनी, मूलचंद सैनी, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, मक्खन लाल शर्मा सिंगनोर, शिम्भू दयाल सैनी, हनुमान कसाणा भंडारी, मनोहर लाल दीपपुरा, लालचंद गाडराटा, जयकिशन शर्मा, किशोर कुमार सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।