बरेली

फर्जी आधारकार्ड व अन्य प्रमाण पत्र , बनाने वाले गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

नेशनल प्रेस टाइम ,ब्यूरो ।

बरेली। थाना भोजीपुरा पुलिस और एसओजी बरेली टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मौके से दो आरोपी मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू पुत्र भिंडू खां निवासी ग्राम पचदौरा दोहरिया थाना भोजीपुरा, जियाउलमुस्तफा पुत्र शरीफ आलम निवासी ग्राम पचदौरा दोहरिया थाना भोजीपुरा को गिरफ्तार किया है । पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में फर्जी प्रमाण पत्र मार्कशीट , आय प्रमाण पत्र , जन्म प्रमाण पत्र , फर्जी आधारकार्ड, फर्जी पेनकार्ड, फर्जी वोटर आईडी आदि, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपी Manual. org. space नामक वेबसाइट के जरिए यह गोरखधंधा चला रहे थे। मुखबिर से पुलिस को सूचना की थाना भोजीपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पचदौरा दोहरिया में एक मकान में फर्जी प्रमाण पत्र तैयार किए जा रहे हैं। 

दबिश के दौरान पुलिस ने मौके से लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, सीपीयू, मोबाइल, कैमरा, पीवीसी कार्ड मशीन सहित कुल 93 फर्जी दस्तावेज जब्त किए। इनमें फर्जी जाति, निवास, जन्म, पैन कार्ड, आधार कार्ड, मार्कशीट और स्टाम्प पेपर शामिल हैं।

पूछताछ में मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू पुत्र भिन्डू खां ने बताया कि मैं वर्ष 2012 से 2019 तक व वर्ष 2023 से 2024 तक बडौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक भोजीपुरा मे आधार कार्ड बनाने का काम करता था। शुरू में मुझे 10500 रुपए वेतन मिलता था। फिर बाद में एक नये आधार कार्ड पर 18 रुपये व आधार कार्ड अपग्रेड पर 13 रुपये कमीशन मिलने लगा। मैने किसी आधार कार्ड बनवाने वाले व्यक्ति से 100 रुपये ले लिये थे जिसकी शिकायत यूनिक आईडेन्टीटीफिक्शेन आचरिटी आफ इंडिया द्वारा संस्पेंड कर दिया गया था। तो मैने ग्राम पचदौरा दोहरिया में अजहरी जनसेवा केन्द्र एण्ड आधार कार्ड केन्द्र नाम से दुकान कर ली। इस दुकान पर मैने अपने साथ जिया उल मुस्तफा पुत्र शफीक आलम निवासी पचदौरा दोहरिया थाना भोजीपुरा जिला बरेली को भी लगा लिया। हम दोनो मिलकर आनलाईन साईट Manual org.space से बार कोड द्वारा रिचार्ज कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र यूपी व झारखण्ड, आय प्रमाण पत्र, मार्कशीट यूपी व बिहार बोर्ड, निवास प्रमाण पत्र दिल्ली व यूपी, जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड, पैन कार्ड, स्टाम्प पेपर तैयार करने लगे। एक फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने के हम 300 से 800-900 रुपये तक ले लेते हैं। एक दिन में 6 से 7 फर्जी दस्तावेज तैयार कर लेते हैं। 100 रुपये के रिचार्ज से साईट से 6-7 दस्तावेज तैयार हो जाते है। जिससे हमे एक महीने में लाखों की बचत हो जाती है। अब तक हम दोनों ने मिलकर लगभग 650 फर्जी दस्तावेज तैयार किये होगें। जियाउलमुस्तफा ने बताया कि मैं इंटर करने के बाद नीट की तैयार कर रहा था। पिछले 6 महीने से मैं अपने ही गांव के मोहम्मद फहीम के साथ जनसेवा केन्द्र पर काम  समझ कर  वहीं काम कर रहा था जो भी बचत होती थी उसे हम दोनों खर्चा काटकर बांट लेते थे।

पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है। पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी , निरीक्षक देवेन्द्र सिंह धामा प्रभारी एसओजी, नि०अ० धर्मेश कुमार , व० उप निरीक्षक तेजपाल सिंह , सुरेन्द्र सिंह गौरव चौधरी , कांस्टेबल सुमित कुमार ,ऋषिकान्त , जोनी कुमार मौजूद थे।

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