सरिस्का टाइगर रिज़र्व से आई खुशखबरी

एसटी-19 बाघिन ने दिया 4 शावकों को जन्म, सरिस्का में 48 हुई बाघों की संख्या
वन मंत्री संजय शर्मा ने दी बधाई, कुशल प्रबंधन से राज्य में बढ रहा है बाघों का कुनबा
अलवर । सरिस्का टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निरीक्षक सग्राम सिंह कटियार ने बताया कि सरिस्का टाइगर रिज़र्व के बरेली-बाडी क्षेत्र में बाघिन एसटी-19 ने चार शावकों को जन्म दिया है। इससे पूर्व भी एसटी-12 एवं एसटी-22 बाघिन ने चार-चार शावकों को जन्म दे चुकी। इसके साथ ही सरिस्का टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अब बाघों की 48 हो गई है। उन्होंने बताया कि यह वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होने के साथ बाघ पुनर्स्थापन कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के कार्मिकों के द्वारा नियमित निगरानी गश्त एवं कैमरा ट्रैक के माध्यम से बाघिन एसटी-19 के चार शावकों पुष्टि की गई। शावक बाघिन के साथ अच्छे स्वास्थ्य में पाए गए। टाइगर रिज़र्व प्राधिकरण ने बाघिन और उसके शावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बढ़ा दी है, जिसमें कैमरा ट्रैप और ग्राउंड पेट्रोलिंग का उपयोग करमानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरिस्का में अब कुल 48 बाघ हो गये है जिसमें 18 बाघिन, 11 बाघ एवं 19 शावक है।
वन मंत्री ने दी बधाई :
पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने बाघिन एसटी- 19 शावकों के जन्म पर नये मेहमानों का स्वागत किया एवं शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व वन विभाग के कुशल प्रबंधन से प्रदेश के बाघ अभयारण्यों में निरन्तर बाघों का कुनबा बढ रहा है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों भी सरिस्का में एसटी-30 बाघिन के साथ तीन शावक तथा इसी वर्ष में रणथम्भौर टाईगर रिजर्व में 2 शावक, नाहरगढ जैविक उद्यान में 5 शावक दिखे थे। उन्होंने कहा कि इससे परिस्थितिक चक्र संतुलित रहने के साथ पर्यावरण संरक्षण में कारगर साबित होंगे। होने के साथ-साथ प्रदेश के पर्यटन में इजाफा होगा।