मोती झरना का सौंदर्यीकरण, एप्रोच रोड, गेस्ट हाउस एवं विवाह भवन का जल्द होगा निर्माण- उपायुक्त

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
साहेबगंज (झा०खं०), उपायुक्त हेमंत सती की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय पर्यटन संर्वधन परिषद (डीटीपीसी) की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के पर्यटन स्थल, उनकी स्थिति, विकास की दिशा और पर्यटन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई। बैठक में पर्यटन स्थलों के प्रबंधन, सुविधाओं का सुधार और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नई योजनाओं पर विचार किया गया। साथ ही, पर्यटन विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं की समीक्षा भी की गई। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने स्थानीय पर्यटन के विकास में समुदाय की भूमिका और स्थानीय संसाधनों के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया। उपायुक्त द्वारा ओझा टोली गंगा घाट और कन्हैया स्थान गंगा घाट, शुक्रवासनी को पर्यटन विभाग द्वारा अधिसूचित करने का निर्देश दिया गया है। यह निर्णय क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने और गंगा घाटों के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से लिया गया है। राजमहल गंगा भवन को जिला पर्यटन समिति को हस्तगत करने हेतु निर्देशित किया गया ताकि इसका विकास एवं आने वाले पर्यटक को हर सुविधा मिल सके। जिला में स्थित तेलिया गड़ी किला को ASI को हस्तगत करने का निर्देश उपायुक्त ने बैठक में दिये। उपायुक्त के द्वारा बिंदुवासिनी के सौंदर्यीकरण का निर्देश किया गया । यह पहल धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने के उद्देश्य से की जा रही है। समिति में मोती झरना का सौंदर्यीकरण, एप्रोच रोड, जाली का निर्माण, गेस्ट हाउस एवं विवाह भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव लिया गया। जिला के सभी पर्यटन स्थलों पर त्योहारों एवं समय-समय पर अत्यधिक भीड़ हो जाने के कारण शौचालय की समस्या हो जाती है, समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया कि सभी पर्यटन स्थलों पर चलंत शौचालय का अधिष्ठापन किया जायेगा। जिला के शहीद जवानों के यादगार में अमर जवान ज्योति स्थल का निर्माण के लिए स्थल चिन्हित करने का निर्देश उपायुक्त ने बैठक में दिया। उपायुक्त द्वारा सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटन प्रबंधन समिति का गठन जल्द से जल्द करने का निर्देश दिये। इसका उद्देश्य पर्यटन स्थलों के बेहतर प्रबंधन, रखरखाव और पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाना है। ये समिति स्थानीय प्रशासन, नागरिक समूहों और विशेषज्ञों के सहयोग से कार्य करेंगे। उपायुक्त ने हूल दिवस और सिद्धो कान्हो के जन्मदिवस को राजकीय मेले के रूप में घोषित करने के लिए संबंधित विभाग को प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश दिया है। यह कदम इन महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आयोजनों की महत्ता को मान्यता देने और उन्हें बड़े स्तर पर मनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। हूल दिवस क्षेत्रीय इतिहास और संस्कृति से गहरे जुड़े हुए हैं, जबकि सिद्धो कान्हो जन्मदिन स्थानीय स्वतंत्रता संग्राम और समाजिक संघर्ष की याद दिलाता है। इन आयोजनों को राजकीय मेला घोषित करने से न केवल इनकी सांस्कृतिक अहमियत बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहन मिलेगा। राजकीय मेले के रूप में घोषित होने पर इन आयोजनों में सरकारी सहयोग, बेहतर व्यवस्था और सुविधाओं का विस्तार होगा, जिससे बड़ी संख्या में लोग इन आयोजनों का हिस्सा बन सकेंगे। प्रशासन ने इस प्रस्ताव को शीघ्र कार्यान्वित करने का आश्वासन दिया है, ताकि इन ऐतिहासिक आयोजनों को नए रूप में मनाया जा सके। बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रबल गर्ग, परियोजना निदेशक आईटीडीए संजय कुमार दास, अपर समाहर्त्ता गौतम कुमार भगत, जिला परिवहन पदाधिकारी मिथिलेश कुमार चौधरी, जिला खेल पदाधिकारी पंकज कुमार झा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद साहिबगंज अभिषेक कुमार सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।