कानून व्यवस्था पर सवाल, गोड्डा में सीएसपी संचालक को दिनदहाड़े मारी गोली

बासु कुमार मरीक
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो, गोड्डा (झा०खं०), जिले के पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र में मंगलवार को घटित लूट की घटना ने एक बार फिर जिले की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। दिन के उजाले में, दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर स्थित एक एसबीआई ग्राहक सेवा केन्द्र यानी सीएसपी केन्द्र में दो हथियारबंद युवकों ने धावा बोला और संचालक से लूटपाट के दौरान उसे गोली मार दी। सीएसपी संचालक महेंद्र टुडू ने जब बहादुरी दिखाते हुए लुटेरों का विरोध किया, तो बदमाशों ने उसके पेट में दो गोलियां दाग दीं। यह घटना केवल एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम पर हमला है। आज के दौर में जब डिजिटल बैंकिंग और सीएसपी जैसे माध्यम ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं का चेहरा बन चुके हैं, लेकिन, जिस तरह से खुलेआम अपराधी दिन में हथियार लेकर घूमते हैं और वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं, वह इस बात की पुष्टि करता है कि न तो गश्त नियमित है और न ही खुफिया तंत्र सतर्क। पुलिस हर घटना के बाद कार्रवाई की बात कहती है, लेकिन अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें कानून का कोई भय नहीं दिखता। यह आवश्यक है कि पुलिस सिर्फ जांच कर कार्रवाई करने की बात कहने तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस रणनीति बनाए। महेंद्र टुडू की बहादुरी सराहनीय है, लेकिन यह भी उतना ही जरूरी है कि कोई नागरिक ऐसी स्थिति में न फंसे जहां उसे अपनी जान जोखिम में डालनी पड़े। यदि हम अब भी नहीं चेते, तो अपराधी न केवल हमारी व्यवस्था को चुनौती देंगे, बल्कि आम जनमानस का विश्वास भी पूरी तरह डगमगा जायेगा।