
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशांबी पर मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया व अस्पताल के स्वामी एवं इलाज करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। प्राप्त जानकारी के अनुसार गा०बाद के उज्जवल चौधरी हर्निया का इलाज कराने अस्पताल में पहुंचे थे जिनका जिनका पहला ऑपरेशन गत 26 मई 2 को डॉ० पंकज कुमार सैन और उनकी टीम की निगरानी में रोबोटिक तकनीक से किया गया लेकिन ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। जब अस्पताल से इस बारे में बताया गया तो अस्पताल द्वारा उनका दोबारा ऑपरेशन किया लेकिन गत 2 जून को उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मौत की वजह रोबोट सर्जरी के दौरान उनकी एक आंत कट गई, इसके बाद उनकी स्थिति और खराब होती चली गई। मृत्यु वाले दिन भी मृतक के परिजन अस्पताल में धरने पर बैठे थे, लेकिन उस समय अस्पताल और गाजियाबाद प्रशासन ने उन्हें समझा बुुझा कर उनके घर भेज दिया, लेकिन मृतक की अंत्येष्टि के बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंच कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और गाजियाबाद प्रशासन को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गये। जिलाधिकारी गाजियाबाद ने परिजनों से फोन पर बात की व मामले की निष्पक्ष जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया, इसके बाद परिजन शांत हुए। मृतक की पत्नी का कहना था कि न्याय न मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी।
इस दौरान मौके पर एक पीड़ित परिवार की महिला भी पहुंची ,उन्होंने बताया लगभग 2 वर्ष पूर्व मेरे पति को पैरालिसिस की शिकायत थी लेकिन अस्पताल द्वारा उनका स्टंट डाल दिया गया। तब से वह कोमा में है जिनका इलाज घर रहकर ही चल रहा है उन्होंने भी जमकर यशोदा अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया।
“नेशनल प्रेस टाइम्स” की टीम ने अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन अस्पताल की ओर से संपर्क करने से मना कर दिया गया।