मुरादाबाद
मुरादाबाद में तीन नए कोरोना केस से मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
मुरादाबाद। जिले में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में तीन नए मरीज संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमितों में लखनऊ के केजीएमयू की एक महिला चिकित्सक भगतपुर टांडा निवासी एक युवक और कुंदरकी क्षेत्र का एक वर्षीय बालक शामिल है। मामलों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
जुकाम और बुखार की शिकायत होने के कारण कोरोना की जांच कराई
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिविल लाइंस निवासी 29 वर्षीय महिला चिकित्सक लखनऊ स्थित केजीएमयू के स्त्री रोग विभाग में विशेषज्ञ पद पर कार्यरत हैं। वह अपनी मां से मिलने मुरादाबाद आई थीं। उन्हें जुकाम और बुखार की शिकायत थी, जिस पर उन्होंने निजी लैब में कोरोना की जांच कराई। जिसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। विभाग की टीम उनके निवास पर पहुंची लेकिन वह वापस लखनऊ लौट चुकी थीं। उनकी बहन की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि उनकी मां और घरेलू सहायिका को क्वारंटीन कर दिया गया है।
दूसरा मामला भगतपुर टांडा क्षेत्र से है, जहां 34 वर्षीय युवक, जो गुरुग्राम में कार्यरत है, छह जून को घर आया था। उसे सर्दी और गले में खराश की शिकायत थी। उसने मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। युवक वर्तमान में घर में आइसोलेशन में है और उसका परिवार गुरुग्राम में ही है।
तीसरा मामला कुंदरकी क्षेत्र से जुड़ा है, जहां एक वर्षीय बालक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बालक का परिवार दिल्ली में रहता है और वहीं पर निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। आधार कार्ड पर मुरादाबाद का पता होने के कारण उसकी सूचना स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को मिली है।
स्वास्थ्य विभाग की रणनीति तेज
सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि सभी मरीजों की निगरानी की जा रही है। जरूरत के अनुसार दवाएं पहुंचाई जा रही हैं। इसके अलावा जिलेभर में सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। खास तौर पर उन इलाकों पर फोकस रहेगा जहां से मरीज मिले हैं भगतपुर टांडा और कुंदरकी।
अस्पतालों में तैयारियां जोरों पर
जिला अस्पताल की एमसीएच विंग में ऑक्सीजन प्लांट, वेंटीलेटर, बाईपैप और HFNC मशीनों की टेस्टिंग की गई है। जरूरत पड़ने पर 40 बेड तैयार रखे गए हैं। सभी ब्लॉक प्रमुखों को गांवों में रैंडम सैंपलिंग के निर्देश मिल चुके हैं।