बेतुल
बैतूल तहसीलदार द्वारा मौके पर पहुंचकर फौजी के परिवार को दिलाया कब्जा
बैतूल तहसीलदार गोवर्धन पाठे द्वारा न्यायालय के आदेश से फौजी के परिवार को पूर्व कब्जा दिलाया था,

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो
बैतूल : हथियारबंद दबंगों ने तहसीलदार द्वारा दिलाए गए कब्जे को पुनः उक्त जमीन पर कब्जा कर लिया था
तहसीलदार द्वारा दबंगों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करते हुए पुनः फौजी के परिवार को मौके पर जाकर कब्जा दिलाया न्यायालय तहसीलदार बैतूल के आदेश पर अवैध कब्जा हटवाकर दी गई जमीन पर फिर से कब्जा करने और जानलेवा हमला करने की नीयत से 40 से 50 हथियारबंद लोग ट्रैक्टर और फोर व्हीलर लेकर पहुंचे। खेत में फसल को नुकसान पहुंचाया गया, सुरक्षा के लिए जेसीबी से खुदी नाली में जबरन गिट्टी डाली गई और आवेदकों को जान से खत्म करने की धमकी दी गई। यह गंभीर मामला कुम्हारटेक, तहसील बैतूल का है, जिसमें पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक बैतूल से आरोपियों के विरुद्ध कड़ी दण्डात्मक कार्रवाई की मांग की।
आवेदक काल्या यादव पिता वासुदेव यादव, मुकेश यादव पिता काल्या यादव, एवं श्रीमती अंकिता यादव पति मुकेश यादव, निवासी कुम्हारटेक (वर्तमान में हमलापुर) ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर बताया कि उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर न्यायालय तहसीलदार बैतूल के आदेश अनुसार उन्हें कब्जा प्रदान किया गया था। आदेश 05 जून 2025 को पारित हुआ था, जिसके अनुसार जेसीबी से गहरी नाली खुदवाकर भूमि की सुरक्षा की गई थी।
लेकिन आदेश के मात्र कुछ ही दिन बाद अनावेदकगण – रामनाथ पिता साहबू यादव, शिवकली पति रामनाथ, कविता, मालती पति परसराम उर्फ संजू, परसराम उर्फ संजू पिता रामनाथ, कमलेश पिता रामनाथ यादव, विजय पिता रामनाथ यादव, गब्बर पिता बसंत यादव, पुष्पराज रघुवंशी पिता रामसिंह रघुवंशी, दिलीप पिता गुरूबक्स राठौर, गणेश पिता गुरूबक्स राठौर एवं अन्य 40-50 लोग – तीन फोर व्हीलर, दो ट्रैक्टर एवं अन्य वाहनों से पहुंचे।
इनमें से एक ट्रैक्टर दिलीप का था, जबकि मोटर सायकल भी घटनास्थल पर पाई गई। दूसरा ट्रैक्टर सियाराम का था। इन सभी ने मिलकर जेसीबी से खुदी नाली में गिट्टी डाल दी, जिससे आवेदकों की भूमि की सुरक्षा बाधित हो गई। साथ ही फसल को नुकसान पहुँचाया गया और सभी ने एकराय होकर आवेदकों को धमकाया कि यदि वे दोबारा इस भूमि पर खेती करेंगे तो जान से मार दिया जाएगा।
आवेदक ने बताया कि अनावेदकों द्वारा न्यायालय तहसीलदार बैतूल के आदेश की खुली अवहेलना की गई।
उक्त मामले में आवेदक द्वारा कब्जा छीनने की जानकारी देते हुए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को उक्त स्थिति से अवगत कराया तब कलेक्टर द्वारा तहसीलदार गोवर्धन पाठे को को निर्देशित किया कि वह मौके पर जाकर आवेदक को कब्जा दिलाए। उक्त निर्देश के बाद तहसीलदार द्वारा पटवारी आर आई सहित पुलिस बल के साथ ग्राम कुम्हारटेक पहुंचकर आवेदक काल्या यादव को विधिवत कब्जा दिलाया है चूंकि उक्त भूमि फौजी मुकेश यादव के नाम पर दर्ज है मुकेश यादव वर्तमान में श्रीनगर में पदस्थ है इसलिए उक्त कार्रवाई उनके पिता काल्या यादव की जा रही है। तहसीलदार द्वारा अनावेदकों के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज कराने हेतु पटवारी को निर्देशित किया गया है यदि भविष्य में अनावेदक गण द्वारा आवेदक से कब्जा छिनने का प्रयास किया जाता है तो उनके विरुद्ध सिविल जेल की कार्रवाई की जावेगी।