मथुरा
प्रशासन की लापरवाही से हुआ हादसा, मिलीभगत का आरोप

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
मथुरा। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोगों ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से रातभर यहां खुदाई होती थी, लेकिन किसी ने इसे रुकवाने की जहमत नहीं उठाई। अगर प्रशासन सतर्क होता तो यह हादसा नहीं होता।
स्थानीय निवासी सुनीता चौहान का कहना है कि कई महीनों से यहां खुदाई चल रही थी। रातभर यहां जेसीबी से मिट्टी उठाई जाती थी। जेसीबी मशीन की आवाज से रात में लोग ठीक से सो भी नहीं पाते थे। कई बार लोगों ने इसकी शिकायत की, बावजूद इसके काम नहीं रुका। उनका आरोप है कि दबंगों ने उनकी भी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। अधिवक्ता पंडित राकेश शर्मा का कहना है कि टीले से अवैध रूप से मिट्टी उठाई जा रही थी, लेकिन अधिकारियों की बिना सांठगांठ के यह करना बिल्कुल संभव नहीं है। उन्होंने कई अधिकारियों पर सवाल खड़े किए हैं। कहा है कि लोगों की जान की परवाह न करके दबंगों के साथ मिलकर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि ने अवैध रूप से कार्य होने का दावा किया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि प्लॉट में एक मंदिर भी बना था। सुनील चैन ने इसे भी तोड़कर मंदिर की जमीन को प्लॉट में ही मिला लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों के विरोध के बाद भी किसी ने सुनवाई नहीं की। हादसे के बाद अब प्रशासन जागा है। अन्य प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सुबह आठ बजे से छह मजदूर वहां कार्य कर रहे थे। इसके बाद सुबह 10:40 बजे जेसीबी बुलाई गई थी। जेसीबी की खुदाई के एक घंटे बाद हादसा हुआ।