विश्व विरासत दिवस पर “मेरी धरोहर – मेरी पहचान” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता एवं आर्ट प्रदर्शनी का भव्य आयोजन

एनपीटी बूंदी ब्यरो
बूंदी! विश्व विरासत दिवस के उपलक्ष्य में ‘द नाहर संस्था बूंदी’ द्वारा “मेरी धरोहर – मेरी पहचान” विषय पर एक विशेष पोस्टर प्रतियोगिता एवं आर्ट प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया। इस रचनात्मक आयोजन में बूंदी शहर व हिण्डोली क्षेत्र से कुल 30 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी कलात्मक प्रतिभा तथा सामाजिक चेतना का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।इस प्रतियोगिता की विशेष बात यह रही कि सबसे छोटी प्रतिभागी 4 वर्षीय सृष्टि सोलंकी ने भी अपनी कल्पनाओं को रंगों के माध्यम से कागज पर उकेरा। बच्चों द्वारा बनाए गए पोस्टरों में विरासत, वन्यजीव एवं धरोहर संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों की झलक मिली, जो उनकी पर्यावरणीय सोच और सजगता को दर्शाते हैं। साथ ही, प्रकृति संरक्षण तथा “धरोहर बचाओ” विषयों पर स्लोगन लेखन गतिविधि भी आयोजित की गई।कार्यक्रम के अंत में आयोजित आर्ट प्रदर्शनी में सभी प्रतिभागियों की कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गईं।
संस्था के संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए बच्चों की रचनाओं और उनकी सोच की सराहना की। उन्होंने कहा बचपन से ही यदि बच्चों में धरोहर और प्रकृति संरक्षण की भावना विकसित की जाए, तो हमारी आने वाली पीढ़ियाँ समृद्ध विरासत को सहेजने में सक्षम होंगी।
इस अवसर पर महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने स्वामी विवेकानंद गवर्नमेंट मॉडल स्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ. राजेन्द्र कुमार निर्मल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
संस्था सचिव व कार्यक्रम संयोजक संजय खान ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों और अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में रचनात्मक अभिव्यक्ति, पर्यावरणीय जागरूकता एवं सकारात्मक दृष्टिकोण को बल मिलता है।कार्यक्रम के दौरान धरोहर संरक्षण विषय पर संवाद सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्था सदस्य एवं कार्यक्रम प्रभारी विजय सिंह सोलंकी ने धरोहरों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल के वाइस प्रिंसिपल फोरू लाल रैगर, रामदयाल मीणा, लेखराज मीणा, पल्लव कुमावत, राजवीर सिंह हाड़ा, जय सिंह सोलंकी, जोगेंद्र सिंह हाड़ा, सागर जैन, अश्विनी शर्मा सहित अन्य सदस्य व अभिभावक उपस्थित रहे।