जिला स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक हुई संपन्न

एनपीटी ब्यरो
बूंदी, 25 अप्रेल। जिला स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जिले के राजकीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, नव प्रवेश वृद्धि, विद्यालय परिसरों में अतिक्रमण हटाने, ग्रीष्मकालीन तैयारियों और विभिन्न शैक्षिक योजनाओं की समीक्षा की गई और शिक्षा क्षेत्र में सुधार और विकास को लेकर व्यापक और गहन चर्चा हुई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान अन्तर्गत शिक्षक एप के जरिए मौखिक धारा प्रवाह पठन, विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति, डिजिटल प्रवेशोत्सव, शाला स्वास्थ्य परीक्षण के कार्य करवाएं जाएं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने जिले के शैक्षिक स्तर की ब्लॉकवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि बूंदी को अग्रणी जिलों की श्रेणी में लाने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग और समन्वित प्रयास किए जाएं। उन्होंने स्कूलों में आधुनिक तकनीक, भौतिक संसाधनों और सहशिक्षण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
उन्होंने शाला स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित अन्य शिक्षा विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा के क्षेत्र में समग्र विकास के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आधुनिक तकनीक और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने सिविल निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पूर्ण होे चुके कार्यों का भुगतान करवाया जावें तथा प्रगतिरत कार्यों को जल्द पूरा करवाया जावें।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने समग्र शिक्षा योजना, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय योजना, डिजिटल शिक्षा योजना, छात्रवृत्ति योजना, मध्याह्न भोजन योजना, विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति, आधार कार्ड एवं अपार आईडी जनरेशन की प्रगति की जानकारी लेकर अधिकारियों को इन योजनाओं का लाभ समय पर छात्रों तक पहुंचाने और डेटा की शत-प्रतिशत सही प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने डिजिटल शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी उपकरणों का व्यापक और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. महावीर शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ओ.पी.सामर, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता के.के. शुक्ला, सहायक निदेशक धनराज मीणा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहें।