सिंगरौली के जोगियानी गांव में पानी की समस्या: आदिवासियों की बेबसी

मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के जोगियानी गांव में आदिवासी समुदाय के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इस गांव में लगभग 150 लोग रहते हैं, जिनमें गोंड और बैगा जनजाति के परिवार शामिल हैं। गांव में पानी की कोई सुविधा नहीं है, न ही हैंडपंप है और न ही कोई अन्य स्त्रोत।
गंदे पानी को पीने पर मजबूर
ग्रामीणों को मजबूरन नाले के पास बने गड्ढे का दूषित पानी पीना पड़ता है। इससे उनकी सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। महिलाएं और बच्चे तपती धूप में 1 किलोमीटर दूर जाकर गड्ढे से पानी निकालते हैं और अपने घर ले जाते हैं।
सरकार के दावों पर सवालिया निशान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश में जल संकट को खत्म करने और साफ पेयजल मुहैया कराने का संकल्प लिया है, लेकिन सिंगरौली जिले की तस्वीरें सरकार के दावों पर सवालिया निशान लगाती हैं।
ग्रामीणों की फरियाद
ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय तक अपनी फरियाद लेकर जा चुके हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन की ओर से किए गए वादे कितने जल्दी जमीन पर उतरते हैं।
आदिवासियों की उपेक्षा
जोगियानी गांव जैसे दूरस्थ और जरूरतमंद गांवों में पानी जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव न केवल चिंता की बात है, बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि आखिर कब तक आदिवासी समुदाय इस तरह उपेक्षा का शिकार बना रहेगा?