केन्द्रीय स्वास्थ्य टीम ने कालाजार उन्मूलन कार्यक्रमों का किया सराहना

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), उपायुक्त ने कालाजार उन्मूलन के सफल क्रियान्वयन को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य टीम एवं स्वास्थ्य विभाग पाकुड़ के साथ उच्चस्तरीय बैठक किया। कालाजार उन्मूलन को लेकर पाकुड़ जिला में चल रहे कार्यक्रमों एवं छिड़काव इत्यादि का हाल जानने केन्द्रीय स्वास्थ्य दल पाकुड़ पहुंची है। उपायुक्त मनीष कुमार अपने गोपनीय कार्यालय कक्ष में कालाजार अभियान के विभिन्न कार्यक्रमों को केन्द्रीय टीम के साथ साझा किया। बैठक में मुख्य रूप से कीटनाशक छिड़काव अभियान और सक्रिय मामलों की पहचान जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने कहा कि प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा कालाजार उन्मूलन के कार्यों की निगरानी की गई है जिसका परिणाम इस बार कोई भी घर छिड़काव एवं सर्वे से छूटा नहीं है। स्वास्थ्य टीमों द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाया गया हैं जिसमें ग्रामीणों को छिड़काव कार्यक्रम के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई और छिड़काव के बाद 75 दिनों तक घरों में सफेदी या पलस्तर न करने की सलाह दी गई ताकि कीटनाशक का प्रभाव बना रहे। बैठक के दौरान उपायुक्त ने केंद्रीय और राज्य टीमों को बेहतर मामला पहचान और रिपोर्टिंग प्रणालियों के बारे में अवगत कराया। उपायुक्त ने स्वास्थ्य टीमों की सराहना की, जिन्होंने छिड़काव अभियान के दौरान सक्रिय मामला खोज को तेज किया और संदिग्ध मरीजों को 48 घंटों के भीतर स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की। कालाजार प्रबंधन सूचना प्रणाली (केएएमआईएस पोर्टल) के माध्यम से रियल-टाइम डेटा अपडेट पर विशेष जोर दिया गया। रात्रि चौपाल जैसे सामुदायिक गतिविधियों को जमीनी स्तर पर भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण बताया गया। वर्तमान निगरानी डेटा के अनुसार, अप्रैल 2025 तक पाकुड़ में 43 वीएल और 9 पीकेडीएल के मामले सामने आए हैं जिन सभी का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है और कोई मौत नहीं हुई है। अभियान के तहत 1,124 गांवों को कवर किया गया, जिसमें 98 प्रतिशत घरों और 96 प्रतिशत आबादी तक पहुंच बनाई गई। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में इनडोर आईआरएस का 95 प्रतिशत कवरेज हासिल किया गया, जबकि मोबाइल टीमों ने दुर्गम घरों तक पहुंच सुनिश्चित की और स्थानिक गांवों में एलएलआईएन वितरित किए गए। जिले की व्यापक रणनीति में मजबूत वेक्टर नियंत्रण के साथ-साथ नुक्कड़ नाटक, जागरूकता वैन और स्थानीय चैंपियन कार्यक्रमों के माध्यम से सामुदायिक सहभागिता शामिल है। प्रोजेक्ट जागृति और रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम पाकुड़ के नवोन्मेषी दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। जिला प्रशासन ने ईलाज किए गए मरीजों के लिए पोषण सहायता बढ़ाने और कीट विज्ञान निगरानी को मजबूत करने की योजना बनाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने पाकुड़ जिले में हो रहे कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम का प्रशंसा किया। बैठक में संयुक्त निदेशक, एनवीबीडीसीपी, केंद्रीय टीम डॉक्टर छवि पंत जोशी, राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर राजत रंजन, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, भीबीडी पदाधिकारी डॉ अमित कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कौशलेश कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ की राज्य और जोनल टीम, राज्य और जिला पिरामल टीम, राज्य कालाजार सलाहकार सहित अन्य मौजूद रहे।