मेहरा समाज के जिला अध्यक्ष संतु सूर्यवंशी ने निभाएंगे सामाजिक जिम्मेदारी

नेशनल प्रेस टाइम्स
बैतूल : जिले के भीमपुर विकासखंड के ग्राम आमापठार में समाज सेवा का एक अनुकरणीय उदाहरण सामने आया है, जहां जिला अध्यक्ष संतु सूर्यवंशी ने अपने समाजिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए एक अनाथ बेटी की शादी की जिम्मेदारी उठाई है। अनाथ संगीता बचपन से ही माता-पिता के साये से वंचित रही है। जिला अध्यक्ष श्री सूर्यवंशी ने न केवल संगीता की शादी के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई, बल्कि शादी की सभी तैयारियों की जिम्मेदारी स्वयं संभाली।
— ग्राम आमापठार में 12 मई की रात्रि 7 बजे होगा विवाह—
मेहरा समाज समिति द्वारा अनाथ बेटी संगीता बिसोने का विवाह समारोह बड़े ही भव्य रूप में 12 मई को विकासखंड भीमपुर के ग्राम आमापठार में रात्रि 7 बजे आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके, प्रदेश उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद राज्य मंत्री दर्जा मोहन नागर, मेहरा समाज के प्रदेशाध्यक्ष बृजेश वट्ट, अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष जागेश्वर सूरजे, पुलिस अधीक्षक निश्चल झरिया, विशेष अतिथि विधायक हेमंत खंडेलवाल, महेंद्र सिंह चौहान, डॉ.योगेश पंडाग्रे, श्रीमती गंगाबाई उईके, चंद्रशेखर देशमुख, भाजपा जिला अध्यक्ष सुधाकर पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार शामिल होंगे। जिला अध्यक्ष श्री सूर्यवंशी ने बताया कि बिना माता-पिता की संगीता बेटी को एक ऐसे परिवार ने गोद लिया है जो स्वयं भी आर्थिक रूप से असक्षम है और जिस व्यक्ति ने इस बेटी को गोद लिया है वह शरीर से विकलांग है। ऐसे में समाज ने यह जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए बेटी संगीता बिसोने के विवाह का निर्णय लिया है। इस विवाह समारोह में प्रदेश के समस्त प्रांतीय पदाधिकारीगण, जिला पदाधिकारीगण, ब्लॉक पदाधिकारीगण सहित समस्त समाजबंधुओं से निवेदन किया गया है कि वे इस आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान करें।
जिला अध्यक्ष संतु सूर्यवंशी ने बताया कि समाज की इस अनाथ बेटी के विवाह को गरिमा और आत्मीयता के साथ संपन्न करने हेतु जिला, प्रांतीय और ब्लॉक स्तरीय समस्त समाजबंधुओं से आग्रह किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज कर वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान करें। युवा जिला अध्यक्ष चन्द्रभान बडौदे ने कहा कि समाज के इस कदम से बेटी को नया जीवन मिलेगा, समाज में यह संदेश भी जाएगा कि जब परिवार छूट जाए, तब समाज मां-बाप बनकर आगे आता है।