बरेली को जल्द मिल सकती है फोरेसिक लैब की सौगात
एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेली। अपराधों के खुलासे के लिए कानून को सुबूतों की दरकार रहती है ताकि सुबूत पुख्ता हो सकें। इसके लिए कई तकनीकी परीक्षण भी किये जाते हैं जिसके लिए एक प्रयोगशाला की जरूरत रहती है। चूंकि अब तक मौके से जुटाए गए साक्ष्यों को परीक्षण के लिए लखनऊ स्थित लैब को भेजा जाता था जिसकी रिपोर्ट आने में समय लगता था और अपराध या घटना का खुलासा करने में देरी होती थी। इस असुविधा को दूर करने के लिए शासन ने सात साल पहले फोरेंसिक लैब के निर्माण का प्रोजेक्ट मंजूर किया था इस प्रोजेक्ट की लागत 23.11 करोड़ थी, लेकिन जैसे-जैसे निर्माण शुरू हुआ इसकी लागत बढकर 48 करोड़ तक पहुंच गई है। वर्तमान में प्रयोगशाला के मुख्य भवन का कार्य लगभग बंद पड़ा है। गेस्ट हाउस का निर्माण कराया जा रहा है।
वर्ष 2016 में बरेली के लिए फोरेंसिक लैब का प्रस्ताव मंजूर किया गया। इस कार्य के लिए 23.11 करोड़ की मंजूरी मिली। इसके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई तत्पश्चात इस लैब निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को सौंपी गई, जिसके लिए बड़ा बाईपास स्थित ट्यूलिया गांव में इसका निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। शुरू में निर्माण का कार्य तेजी से चला लेकिन बाद में धीरे-धीरे नीचे आता गया। जिसके पीछे पैसे की कमी बताई गई। बताया जाता है कि इसके निर्माण का बजट बढक़र 48 करोड़ पहुंच गया। अब तक लगभग 70 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
अब शासन से १२ करोड़ का बजट मिला है। उम्मीद है कि अब फोरेंसिक लैब का निर्माण बहुत तेज गति से होगा। उप्र राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर दीपचंद पंत ने बताया कि, अगर बकाया ८ करोड़ की धनराशि जनवरी माह मेंं मिल जाये तो निर्माण कार्य २५ अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
फोरेंसिक लैब के लिए मांगी गयी धनराशि शासन से स्वीकृत हो चुकी है। आठ करोड़ की धनराशि जनवरी माह में मिल जाये तो २५ अप्रैल तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा।
– दीपचंद पंत, प्रोजेक्ट मैनेजर, उप्र राजकीय निर्माण निगम