पीएचडी छात्र की इलाज में लापरवाही से मौत

कोर्ट आदेश पर डॉक्टर समेत तीन पर मुकदमा दर्ज
नेशनल प्रेस टाइम्स ,ब्यूरो।
मुरादनगर में एक पीएचडी छात्र की इलाज में कथित लापरवाही के मामले ने तूल पकड़ लिया है। न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार अस्पताल के मालिक और एक कम्पाउंडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
यह मामला फरवरी माह का है, जब नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान में पीएचडी कर रहे छात्र आशुतोष को बुखार की शिकायत हुई थी। 14 फरवरी को उन्हें दिल्ली-मेरठ मार्ग स्थित हंस अस्पताल में भर्ती कराया गया। आशुतोष मुरादनगर के वंदना एन्क्लेव कॉलोनी निवासी बिजेन्द्र सिंह के पुत्र थे।
आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने डॉ. को एक विशेषज्ञ चिकित्सक बताकर इलाज शुरू कराया। इलाज के दौरान छात्र को दवाइयों की ओवरडोज दी गई, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई और बाद में उसकी मृत्यु हो गई।
पीड़ित पिता ने इस गंभीर मामले को लेकर मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत की और पुलिस अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः न्यायालय की ओर से आदेश मिलने के बाद मुरादनगर थाना पुलिस ने डॉक्टर, अस्पताल मालिक और कम्पाउंडर के खिलाफ मामला दर्ज किया।
एसीपी मुरादनगर के अनुसार, पूरे मामले की जांच साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है। यह भी जांचा जा रहा है कि डॉ. की चिकित्सा डिग्री प्रमाणिक है या नहीं तथा इलाज में किस स्तर पर लापरवाही हुई।