मॉडल सी.एल.एफ. के लेखाकारों के लिए सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

“बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स” विषय पर राज्य स्तरीय आवासीय प्रशिक्षण में 6 जिलों के प्रतिभागी ले रहे हैं भाग
स्थान: क्षेत्रीय ग्राम विकास संस्थान, बड़ौत/बागपत)
रिपोर्ट: नेशनल प्रेस टाइम्स संवाददाता
बागपत जनपद के क्षेत्रीय ग्राम विकास संस्थान, बड़ौत में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के अंतर्गत मॉडल संकुल स्तरीय संघ (CLF) के लेखाकारों के लिए “न्यू बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स” विषयक सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज दिनांक 19 मई 2025 को विधिवत रूप से किया गया।
शुभारंभ किया डॉ. अजीत कुमार ने
प्रशिक्षण कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन संस्थान के वरिष्ठ आचार्य डॉ. अजीत कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं स्वागत भाषण के साथ किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा:
“लेखांकन केवल अंकों की प्रक्रिया नहीं, बल्कि संगठन की पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और स्थायित्व की रीढ़ होता है। यह प्रशिक्षण न केवल तकनीकी दक्षता बढ़ाएगा, बल्कि जिम्मेदारी का भी भाव उत्पन्न करेगा।”
6 जनपदों के लेखाकार ले रहे हैं भाग
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बागपत, मेरठ, अलीगढ़, शामली, आगरा और बिजनौर जैसे 6 जिलों के CLF लेखाकारों ने सहभागिता की है। सभी प्रतिभागी आवासीय सुविधा के अंतर्गत संस्थान परिसर में रहकर सघन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
प्रशिक्षकों की अनुभवी टीम
प्रशिक्षण का संचालन दो अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है:
मोरिश कुमार (राज्य रिसोर्स पर्सन)
मनोज कुमार गुप्ता (जिला रिसोर्स पर्सन)
इन दोनों प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को लेखांकन की गहराइयों में उतरने का अवसर मिलेगा।
प्रशिक्षण की प्रमुख विशेषताएँ
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य मॉडल संकुल स्तरीय संघ (CLF) के लेखाकारों को आधुनिक लेखांकन पद्धतियों, वित्तीय अभिलेखों की सटीक एंट्री, लेन-देन की पारदर्शी प्रक्रिया, तथा ग्राम स्तरीय संघों के रिकॉर्ड के अद्यतन रखरखाव से संबंधित समस्त प्रक्रियाओं की व्यावहारिक जानकारी देना है।
प्रशिक्षण के दौरान निम्नलिखित प्रमुख विषयों को कवर किया जाएगा:
- कैश बुक, लेज़र, जर्नल बुक भरने की तकनीक
- आपसी लेनदेन (Internal Transactions) की रिपोर्टिंग प्रणाली
- बैलेंस शीट व मासिक रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया
- ऑडिट की तैयारी हेतु अभिलेखों का रखरखाव
- ग्राम संगठन एवं संघों में वित्तीय अनुशासन की भूमिका
व्यावहारिक अभ्यास व प्रस्तुति आधारित प्रशिक्षण
प्रशिक्षण को अधिक प्रभावी बनाने के लिए व्यावहारिक अभ्यास, समूह चर्चा, रोल प्ले, और प्रस्तुतियों को भी शामिल किया गया है ताकि लेखाकार केवल सैद्धांतिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि फील्ड लेवल पर आवश्यक दक्षता भी अर्जित कर सकें।
25 मई तक चलेगा प्रशिक्षण
यह सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 मई 2025 तक चलेगा, जिसमें अंतिम दिन प्रतिभागियों द्वारा समूह परियोजनाएँ प्रस्तुत की जाएंगी और समापन अवसर पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
अंततः, यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण आजीविका मिशन के उस दृढ़ संकल्प का प्रमाण है, जो महिलाओं के स्वावलंबन और ग्राम स्तरीय संस्थाओं की पारदर्शिता को सशक्त बनाने की दिशा में कार्यरत है। ऐसे प्रयास देश के आर्थिक-सामाजिक ताने-बाने को और भी मज़बूती प्रदान करते हैं।