बैतूल फर्जी हकत्यागनामा बनाकर महिला की जमीन हड़पी

रिश्तेदारों ने किया धोखा, दूसरी महिला को बताकर करा दी रजिस्ट्री
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
बैतूल। शाहपुर तहसील के ग्राम खापा निवासी बिसनिया यादव ने जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके साथ रिश्तेदारों द्वारा फर्जी हक त्यागनामा बनाकर जमीन धोखाधड़ी की गई है। शिकायत के अनुसार, बिसनिया यादव की पुश्तैनी जमीन उन्हें पारिवारिक बंटवारे में मिली थी। बिसनिया का आरोप है कि उनकी ननद, सगे भाई और बहनोई ने मिलकर षड्यंत्रपूर्वक जमीन हड़प ली है। बिसनिया ने बताया कि खापा के पटवारी हल्का नंबर 12/5, बंदोबस्त नंबर 122 में स्थित उनकी जमीन, खसरा नंबर 52/1 (0.029 हेक्टेयर), 149/4 (0.229 हेक्टेयर), 191/3 (0.104 हेक्टेयर) और 199/2 (0.060 हेक्टेयर) में फैली हुई है। आरोप है कि 5 अक्टूबर 2018 को बिना उनकी जानकारी और सहमति के इन सभी ने षड्यंत्रपूर्वक उनके नाम की जमीन का हक त्यागनामे का फर्जी रजिस्टर्ड दस्तावेज तैयार करवा दिया।
बिसनिया के अनुसार, दस्तावेजों में किसी अन्य महिला फुल्ला पति रमेश निवासी ग्राम झापड़ी को उनके नाम से प्रस्तुत किया गया और बिसनिया का आधार कार्ड इस्तेमाल कर रजिस्ट्रार बैतूल के समक्ष झूठा हक त्याग विलेख निष्पादित कराया गया। इस विलेख के अनुसार कुल चार खसरा नंबरों में से 0.211 हेक्टेयर (0.52 एकड़ यानी 52 डिसमील) भूमि का हिस्सा त्यागा गया। शिकायत में यह भी बताया गया कि इस प्रक्रिया में गवाह के रूप में रदीप यादव और रामभरोसे यादव ने हस्ताक्षर किये। साथ ही रजिस्ट्रार के समक्ष जो फोटो प्रस्तुत की गई, उसमें रामकुंवरिया यादव के साथ खड़ी महिला बिसनिया यादव नहीं बल्कि फुल्ला नाम की महिला थी।
इसके बाद 12 सितम्बर 2024 को रामकुंवरिया यादव ने उक्त खसरा नंबरों में से कुछ भूमि को अपने बहनोई रामभरोसे यादव को रजिस्टर्ड विक्रय पत्र के माध्यम से बेच भी दिया। बिसनिया यादव का आरोप है कि यह पूरा कृत्य भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 229, 230, 233, 234, 318, 338, 336, 340 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। उन्होंने 26 सितम्बर 2024 को पुलिस अधीक्षक बैतूल को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी, जिस पर थाना शाहपुर के प्रभारी ने उन्हें पूछताछ के लिए थाने बुलाया और वहां उन्होंने विक्रय पत्र की कलर्ड फोटोकॉपी भी दी। उस कॉपी में क्रेता और विक्रेता की स्पष्ट फोटो मौजूद है।बावजूद इसके, आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बिसनिया यादव ने मांग की है कि उनकी जमीन उन्हें वापस दिलाई जाए और दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।